Published on January 11, 2023 12:24 pm by MaiBihar Media
राज्य के बक्सर जिले में अल सुबह जमकर बवाल हुआ। मामला जमीन अधिग्रहण का है। बताया जा रहा है कि थर्मल पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर किसान भड़क गए व आज बुधवार को अल सुबह लाठी-डंडे लेकर पुलिस और पावर प्लांट पर हमला कर दिया। आक्रोशित किसानों ने मौके पर मौजूद पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगा दी।वहीं प्लांट के गेट पर भी आगजनी की गई। इस दौरान अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। इस बवाल के बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने बचाव में हवाई फायरिंग करके भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की। आपकों बता दें कि इस दौरान दोनों तरफ से पत्थरबाजी भी की गई। इस पत्थर बाजी की घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं मामला इताना बढ़ गया है कि ग्रामीण हटने के लिए तैयार नहीं हैं। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती फिलहाल कर दी गई है।
पुलिस ने मंगवार की रेत ग्रामीणों से की मारपीट, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
आपको बता दें कि बक्सर जिले के के मुफस्सिल थाने के चौसा में बनारपुर गांव के पास थर्मल पावर प्लांट लग रहा है। किसानों की जमीन को अधिग्रहण करने की प्रक्रिया चल रही है, जिसका विरोध 85 दिनों से किसान कर रहे है। इस बीच मंगलवार को किसानों ने विरोध जताते हुए प्लांट की मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। उस वक्त भी पुलिस मौजूद थी। लोगों ने कहा कि इस दौरान पुलिस ने कुछ नहीं कहा। मंगलवार रात 11:30 में गांव में पुलिस पहुंची। घर में सो रहे किसानों के दरवाजे को जोर-जोर से पीटने लगी। जो भी मिला उसके साथ जमकर मारपीट की। लोगों ने विरोध जताया तो पुलिस वालों ने चार लोगों को हिरासत में ले लिया। वहीं मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने इस पूरे घटना का वीडियो बना लिया। इस पुलिसिया कार्रवाई से नाराज लोगों का गुस्सा बुधवार को सुबह में फुट गया और ग्रामीण लाठे डंडे लेकर प्लांट पर पहुंच गए और जमकर बवाल मचाया।
पुलिस ने महिला-बच्चों को भी पीटा
मामले की जानकारी देते हुए किसानों ने कहा कि पुलिस गांव में लोगों ने मारपीट कर रही थी। इस घटना को देखकर कुछ किसानों ने तो अपना दरवाजा ही नहीं खोला, लेकिन जिन किसानों ने अपना दरवाजा खोला, उन पर पुलिस टूट पड़ी। ग्रामीणों का आरोप है कि इस दौरान महिलाओं और बच्चों को भी पुलिस ने नहीं छोड़ा। चार लोगों को गिरफ्तार कर के ले गई है। इस दौरान गांव में चीख पुकार मची रही। पुलिस लोगों को पीटती रही। आपकों बता दें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2019 में 1320 मेगावाट के इस प्लांट की आधारशिला रखी थी। अबतक इस प्लांट का काम 75% पूरा हो गया है। इस प्लांट से 9828 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होगा। करार के अनुसार संयंत्र से उत्पादित बिजली का 85% बिहार को दिया जाएगा।
इन गांवों की जमीन को किया जाएगा अधिग्रहण
लोगों ने बताया कि माधोपुर, अखौरीपुर गोला, बघेलवा, खेमराजपुर, चौसा, न्यायीपुर, धर्मागतपुर, महादेवा,बनारपुर, सलारपुर, महुवारी, हुसैनपुर, कठघरवा, बेचनपुरवा और मोहनपुरवा गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जिला भू-अर्जन कार्यालय के अनुसार चौसा क्षेत्र के चौदह गांवों के मौजे के 137.0077 एकड़ जमीन पर रेल कॉरिडोर बनना है। इसके लिए 55.445 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जाएगी।