Published on October 30, 2021 8:19 am by MaiBihar Media
सुप्रीम कोर्ट के सख्ती के बाद दिल्ली-उत्तर प्रदेश और दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डर करीब एक साल बाद खुल हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन वाली जगह से दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स हाटा दिए। खबरों के मुताबिक किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने कई स्तरों में अवरोध लगा रखे थे। सीमेंट के भारी बैरिकेड्स के अलावा सड़क पर कीलें भी लगवा दी गई थीं। इस बीच, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि रास्ते खुले तो आंदोलनकारी किसान ट्रैक्टर लेकर फसल बेचने संसद भी जाएंगे। इधर वरुण गांधी ने भी किसानों को लेकर कहा है कि जब तक एमएसपी की गारंटी नहीं, शोषण होता रहेगा।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार रात से ही रास्ता खोलना शुरू कर दिया था। शुक्रवार को इस काम में तेजी लाई गई। दिल्ली पूर्व की डीसीपी प्रियंका कश्यप ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग-9 से अवरोधक हटाए का काम शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पहले ही यातायात के लिए खुला है। बैरिकेड हटने से गाजियाबाद-नोएडा से दिल्ली जाने वालों को राहत हो जाएगी। आज यानी शनिवार को राकेश टिकैत ने कहा है कि हमारी लड़ाई तीन काले कानूनों के खिलाफ और एमएसपी पर गारंटी कानून को लेकर है । जिन किसानों की फसल कहीं नहीं बिक रही है वह दिल्ली में फसल बेचने जाएंगे ।
इतना ही नहीं कल यानी शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून के खिलाफ पिछले 11 महीने से प्रदर्शन जारी है। सड़कें खुलने के बाद भी प्रदर्शन जारी रहेगा। रास्ते हमने नहीं रोके थे। अवरोध हट रहे हैं, अच्छा है। अब किसान संसद जाकर फसल बेचेंगे। वहीं, किसानों के दिल्ली जाने के सवाल पर पुलिस ने कहा, हम प्रदर्शन कर रहे किसानों से बात कर रहे हैं जिससे हाईवे खुले और आम लोगों को सुविधा हो। दरअसल, 21 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि किसानों को प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन अनिश्चितकाल के लिए सड़कें जाम नहीं कर सकते।
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर मंडी में भ्रष्टाचार, खाद की कमी और महंगाई का मुद्दा उठाया है। यूपी की एक मंडी में पहुंचे वरुण ने कर्मचारियों को चेताया कि वे उनके भ्रष्टाचार के साक्ष्य जुटाएंगे और कोर्ट जाकर सबको गिरफ्तार करवाएंगे। वरुण ने कहा, जब तक एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दी जाती, तब तक किसानों का शोषण जारी रहेगा।