Published on August 24, 2021 4:15 pm by MaiBihar Media

देश में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। भारी बारिश की वजह से जम्मू-कश्मीर समेत देश के कई हिस्से, महाराष्ट्र हो या उत्तराखंड या हिमाचल प्रदेश, लगातार कुदरत की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इस कड़ी में खबर है कि हरियाणा के हथिनी बैराज से पानी छोड़ने के बाद से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। इससे बैराज के आसपास और दिल्ली के इलाकों में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर 205.34 मीटर पर पहुंच गया है।

खबर है कि पूरे इलाके में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यहां रह रहे लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, दूसरी ओर, हिमाचल के सिरमौर में बारिश के बाद हुए भूस्खलन से सड़कें ब्लॉक हो गई हैं। बरवास के पास नेशनल हाई-वे 707 पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। यहां भूस्खलन की वजह से पहाड़ में दरार आ गई और चट्‌टानें टूटकर सड़क पर गिरने लगीं। यहां सैकड़ों लोग रास्ते में फंस गए हैं। कई घंटे से लंबा जाम लगा हुआ है। पोंटा साहब को जोड़ने वाले एनएच-707 को उत्तराखंड के लोग भी इस्तेमाल करते हैं।

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जबकि, बंगाल के दार्जिलिंग जिले के कलिम्पोंग में एच-10 भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। यह हाईवे सिक्किम के गंगटोक को बंगाल के सिलिगुड़ी से जोड़ता है। महाराष्ट्र के रायगढ़ में फिर भूस्खलन का खतरा महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पिछले दिनों हुए भूस्खलन के जख्म अभी भरे नहीं कि फिर भूस्खलन का खतरा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने महाड़ और पोलदपुर तालुका के गांवों में रहने वाले 413 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। इससे कुल 1555 लोग प्रभावित हुए हैं।

इस बाबत कलेक्टोरेट ने इसकी सूचना भी जारी की है। इसके अनुसार पुणे स्थित भारतीय भूवैज्ञानिक विभाग ने चिन्हित इलाके में फिर भूस्खलन की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए महाड़ में स्थायी कैंप बनाने के लिए एनडीआरएफ को 5 एकड़ भूमि भी दे दी गई है। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस कोल्हापुर जिले में बाढ़ प्रभावितों से मिले। दोनों ने एक-दूसरे से मुलाकात भी की। दौरे के दौरान ठाकरे ने मौके पर नेताओं से बार-बार बाढ़ प्रभावित स्थानों का दौरा न करने का आग्रह किया, क्योंकि इसके कारण राहत कार्य प्रभावित होते हैं।

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