Published on September 5, 2022 12:53 pm by MaiBihar Media

देश में कई सरकारी संपत्तियों व कई सरकारी संस्थाओं को प्राइवेट करने के बाद अब केंद्र सरकार ने हवाईअड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। आपको बता दें कि हवाईअड्‌डों पर सुरक्षा के लिए तैनात CISF के 3,000 से अधिक पदों को खत्म कर दिया है। अब इनके स्थान पर निगरानी और सुरक्षा के लिए स्मार्ट प्रौद्योगिकी उपकरणों की सहायता से निजी सुरक्षा कर्मियों को लगाया जाएगा, जो गैर-संवेदनशील जगहों या प्रतिष्ठानों में तैनात किए जाएंग।

इस बदलाव को लेकर अधिकारियों ने बताया कि देश के 50 हवाईअड्डो पर 2018-19 की कार्य योजना अब पूरे देश में लागू की जा रही है। इस कार्य योजना को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ BSF और CISF के क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ संयुक्त रूप से शुरू किया था। विमानन सुरक्षा नियामक बीसीएएस ने कुल 3,049 सीआईएसएफ विमानन सुरक्षा पदों को खत्म करने और इनके स्थान पर 1,924 निजी सुरक्षा कर्मियों को लगाने का प्रस्ताव किया है। अधिकारियों ने कहा कि इस व्यवस्था से हवाईअड्डों के संचालकों का विमानन सुरक्षा पर होने वाला खर्च भी कुछ कम होगा। एक विश्लेषण में पाया गया है कि कई गैर-संवदेनशील कामों के लिए सशस्त्र CISF जवानों की जरूरत नहीं है और ऐसे काम निजी सुरक्षाकर्मी भी कर सकते हैं जबकि कुछ क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा सकती है।

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एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली, मुंबई तथा अन्य हवाईअड्डों पर गैर-संवदेनशील ड्यूटी के लिए निजी सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। इनमें कतार प्रबंधन, एयरलाइन कर्मियों और यात्रियों को सुरक्षा सहायता और टर्मिनल क्षेत्र के भीतर कुछ स्थानों पर निगरानी जैसे काम शामिल हैं। इसके साथ ही अधिकारी ने यह साफ किया कि हवाईअड्डा में प्रवेश पर यात्रियों के विवरण की जांच, यात्रियों की जांच, तोड़फोड़-रोधी अभियान, आगे की जांच और सभी आतंकवाद-रोधी सेवाएं सीआईएसएफ पहले की ही तरह देती रहेगी।

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