Published on June 6, 2022 2:55 pm by MaiBihar Media

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर गलत टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। भाजपा के कार्रवाई के बाद भी 57 देशों के इस्लामिक संगठन ने नूपुर और नवीन के व्यक्तव्य यानी के पैगंबर पर दिए बयान पर विरोध दर्ज किए हैं। खाड़ी देशों ने विरोध दर्ज कराया है। कतर, कुवैत और ईरान ने इस बयान को लेकर भारतीय राजदूतों को नोटिस जारी किया है। कतर और कुवैत ने तो भारत सरकार से माफी की भी मांग की है। वहीं, सऊदी अरब ने भी इस बयान पर आपत्ति जाहिर की है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि नूपुर के बयान के बाद ही कानपुर में हिंसा भड़की।

इसके अलावा मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भी आपत्ति की है। संगठन ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा है कि भारत में बीते दिनों में मुस्लमानों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। कई राज्यों में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब के बैन के साथ मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। वहीं, इस विरोध के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने ओआईसी के बयान पर ऐजराज जताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा- भारत ओआईसी सचिवालय की गैरजरूरी और छोटी सोच वाली टिप्पणियों को साफ तौर पर खारिज करता है। भारत सरकार सभी धर्मों को सम्मान देती है।

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आपको बता दें कि एक न्यूज डिबेट में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका मुस्लिम समुदाय लगातार विरोध कर रहा है। पिछले दिनों शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। शर्मा पर महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। खाड़ी देशों में विरोध शुरु हो गए जिसके बाद भाजपा से ने नुपूर को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने के बाद नुपूर शर्मा ने अपना बयान वापस ले लिया है। शर्मा ने ट्वीट कर लिखा- टीवी डिबेट में मेरे भगवान के खिलाफ विवादित बोल बोले जा रहे थे, जो मुझे बर्दाश्त नहीं हुआ। इसी रोष में आकर मैंने कुछ आपत्तिजनक कह दिया, जिसे अब बिना शर्त वापस लेती हूं।

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