Published on June 7, 2022 12:28 pm by MaiBihar Media

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद करीब सभी इस्लामिक देशों ने भारतीय उत्पादों का बायकॉट किया है। साथ ही अरब देशों में बायकॉट इंडिया सोशल मीडिया में ट्रेंड भी कर रहा है। कुवैत सरकार ने कहा है कि भारत में सत्ता में मौजूद पार्टी के नेताओं ने मुस्लिमों की भावनाओं को आहत किया है। वहीं, इससे पहले पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर ओआईसी ने भी कड़ा विरोध जताया था।

बताते चले कि दुनियाभर के 57 देशों में मोदी सरकार की कीरकिरि हो रही है, सभी के सूर विरोध के हो गए हैं। जिसके बाद इधर भाजपा एक्शन में दिख रही है। भाजपा ने धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अपने 38 नेताओं की पहचान की है। इनमें से 27 चुने हुए नेताओं को ऐसे बयान देने से बचने की हिदायत भी दी है।

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मीडिया के मुताबिक इन सभी विवादित बयान देने वाले नेताओं से भाजपा ने कहा है कि धार्मिक मुद्दों पर बयान देने से पहले पार्टी से परमिशह ले लें। बताते चले कि इसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता और केंद्रिय मंत्री गिरिराज सिंह, अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी. राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महाराज, संगीत सोम से लेकर कई बड़े नेता शामिल हैं, जो अक्सर अपनी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं।

पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने वाले नूपुर शर्मा और नवीन कुमार पर कार्रवाई के बाद भाजपा एक्शन में है। धर्म पर विवादित बयान देने वाले नेताओं के रिपोर्ट को निकाला है, जिसमें पिछले 8 साल (सितंबर 2014 से 3 मई 2022 तक) के बयानों को शामिल किया गया है। इसके लिए भाजपा ने आईटी विशेषज्ञों से मदद ली है और इस लिस्ट को तैयार किया है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा का मानना है कि इस निर्धारित समय में सभी 38 नेताओं द्वारा करीब 5,200 बयान गैर-जरूरी पाए गए। 2,700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया। 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली कैटेगरी में रखा गया।

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