Published on March 11, 2022 1:25 pm by MaiBihar Media
रेलवे भर्ती बोर्ड के लेवल-1 और एनटीपीसी परीक्षाओं में गड़बड़ी के विरोध में प्रदर्शनकारियों की सभी मांगें मानते हुए। रेलवे ने अब ग्रुप डी कर्मचारियों की भर्ती के लिए होने वाली लेवल-वन की एक ही परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। पहले दो कंप्यूटर आधारित परीक्षाएं होती थीं।
कई राज्यों के अभ्यर्थियों ने किया था व्यापक विरोध प्रदर्शन
उच्च स्तरीय समिति की रेलवे बोर्ड को दी रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला किया गया है। जूनियर क्लर्क से लेकर स्टेशन मास्टर तक एनटीपीसी के 35,281 पदों के लिए भर्ती अभियान के विरोध में इस महीने के शुरू में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में जमकर विरोध प्रदर्शन हुए थे।
अभ्यर्थियों ने ये लगाया था आरोप
युवाओं का आरोप था कि सात लाख आवेदनों कों शॉर्टलिस्टेड किया गया, जबकि उम्मीदवारों की वास्तविक संख्या करीब 3.84 लाख थी। एक ही व्यक्ति को एक से ज्यादा पदों के लिए शॉटलिस्ट किया गया है।
पहले क्वालीफाई घोषित उम्मीदवार क्वालीफाई ही रहेंगे
रेलवे कहा है कि एनटीपीसी के रिक्त पदों के लिए दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा में शॉर्टलिस्ट उम्मीदवारों की संख्या अलग-अलग श्रेणियों में रिक्त पदों से 20 गुना अधिक होगी पहले क्वालीफाई घोषित उम्मीदवार क्वालीफाई ही रहेंगे और शॉर्टलिस्ट होने वाले अतिरिक्त उम्मीदवारों की सूचना अलग से दी जाएगी।
लेवल -1 के लिए सीबीटी की परीक्षा 2022 के बाद कराने के विचार
सभी वेतन स्तरों के पुनरीक्षित परिणाम अप्रैल के पहले हफ्ते में घोषित कर दिए जाएंगे। लेवल-6 के लिए सीबीटी-दो मई में होगी और अन्य वेतन स्तरों के लिए सीबीटी-2 कुछ समय के अंतराल के बाद होगी। लेवल -1 के लिए सीबीटी की एक परीक्षा जुलाई 2022 के बाद कराने का विचार है।