Published on December 13, 2021 10:59 pm by MaiBihar Media
कोरोना के सबसे नए संक्रामक वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ ने अब चिंता बढ़ानी शुरू कर दी है। दरअसल, ओमिक्रॉन से दुनिया की पहली मौत ब्रिटेन में दर्ज की गई है। दक्षिण अफ्रीका में 26 नवंबर को पहला ओमिक्रॉन केस पुष्टी हुई थी। जिसके 17 दिन के भीतर ही यह दुनिया के 63 देशों में फैल चुका है, लेकिन अभी तक एक भी मौत दर्ज नहीं हुई थी। अब जब 17 दिन पूरे हुए है तो ब्रिटेन में पहली मौत हुई है, इससे हेल्थ एजेंसियों की सतर्कता बढ़ गई है। वहीं, मीडिय़ा रिपोर्ट्स की माने तो यह 17 दिनों में करीब 7 हजारों लोगों को अपने चपेट में ले चुका है।
वहीं, भरत में भी केसेज बढ़ते जा रहे हैं। इधर, बिहार में हर घंटे एक कोरोना संक्रमित मिल रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 23 नए संक्रमितों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। बिहार में एक दिन में 23 मामले आने के बाद अब एक्टिव मामलों की संख्या 81 हो गई है।
गौर करने वाली बात यह है कि दुनियाभर के विशेषज्ञों अब भी कह रहे हैं कि ओमिक्रॉन बेहद संक्रामक है, लेकिन घातक नहीं है। इसलिए 7 हजार ओमिक्रॉन संक्रमितों में से सिर्फ एक मौत से खौफजदा होने की जरूरत नहीं है। हां, यह जरूर है कि इसे फैलने से रोकने के लिए देशों को सख्त कदम उठाने चाहिए। लेकिन ब्रिटेन में हुई एक मौत के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा- ओमिक्रॉन की वजह से ब्रिटेन के अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए इसे कम खतरनाक समझना भूल साबित हो सकती है।
वहीं, बात अगर बिहार की हो तो यहां ओमिक्रॉन का कोई नया केस सामने नहीं आया है। हालांकि 24 घंटे में 23 नए मामलों में पटना में सबसे अधिक 13 नए मामले आए हैं। जबकि, बेगूसराय में दो नए मामले हैं। दरभंगा में एक नया मामला आया है। मुजफ्फरपुर में भी दो नए मामले आए हैं। पटना के बाद सीतामढ़ी में सबसे अधिक तीन नए मामले आए हैं। सुपौल में एक नया मामला आया है। जबकि, बाहर से आने वाला एक युवक संक्रमित पाया गया है। ऐसे में खतरा पटना में सबसे अधिक बढ़ गया है। राजधानी में कई ऐसे इलाके हैं, जहां संक्रमण को लेकर अलर्ट नहीं रहे तो संक्रमित हो सकते हैं। इसमें शहर की एजी कॉलोनी प्रमुख है। जहां सबसे अधिक एक्टिव मामले हैं। जिन इलाकों में कोरोना के संक्रमित मिले हैं। उसमें एजी कोलनी, पटेलनगर, दीघा आशियाना, भूतनाथ रोड, पंचमुखी मंदिर (बोरिंग रोड), कंकड़बाग, बिहटा, फतुहा आदि इलाके के रहने वाले हैं।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंकड़ों की फेहरिश्त जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि बिहार में मौत का आंकड़ा स्थिर है। यह एक बड़ी राहत है। अब तक बिहार में साल लाख छबिस हजार 319 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। इसमें सात लाख चौदह हजार147 लोगों ने कोरोना को मात दी है और ठीक हो गए हैं। कोरोना संक्रमण से जिंदगी हारने वालों की संख्या बारह जहार 90 पर स्थिर है। वहीं, 24 घंटे में कुल राज्य के अंदर दो लाख 22 लोगों की कोविड जांच हुई है।