सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद अब राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-सुपर स्पेशियलिटी (नीट-एसएस) 2021 परीक्षा इस वर्ष पुराने पैटर्न से ही होगी। बता दें कि परीक्षा पैटर्न में अंतिम क्षणों में किए बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की। लिहाजा, केंद्र सरकार ने अपना निर्णय बदल लिया है।
दरअसल, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने नीट-एसएस परीक्षा के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया था। जिसे 41 पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती दी थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सरकार पर सवाल उठाया था कि नया पैटर्न लागू करने में इतनी जल्दबाजी क्यों की गई? ऐसा लगता है कि निजी कॉलेजों की सीटें भरने के लिए यह फैसला हुआ।
जिसके बाद बुधवार को केंद्र की ओर से एडिशनल सॉलीसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा, कोर्ट की टिप्पणियों और छात्रों के हित में सरकार ने परीक्षा पुराने पैटर्न पर कराने का निर्णय लिया है।
नया पैटर्न 2022-23 सत्र से होगा लागू
मालूम हो कि सरकार ने बुधवार को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ को यह जानकारी दी। सरकार ने कहा, छात्रों के व्यापक हित में निर्णय बदलते हुए तय किया गया है कि इस बार नीट-एसएस पुराने पैटर्न पर होगी। नया पैटर्न 2022-23 सत्र से लागू होगा। इसके बाद कोर्ट ने याचिका का निपटारा कर दिया। हालांकि कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पैटर्न की वैधता का मुद्दा खुला है, भविष्य में इस पर सवाल उठे तो कोर्ट सुनवाई होगी।