Published on August 24, 2021 4:15 pm by MaiBihar Media
दोस्ती का रिश्ता बेहद ही खूबसूरत रिश्ता होता है। यह रिश्ता हर जाति धर्म से परे होता है और आज इस दोस्ती की दिवस को पूरी दुनिया सेलिब्रेट कर रही है। यह दोस्ती बिना किसी मतभेद के दिल से निभाया जाता है। इसमें ना कोई धन्यवाद होता है और ना ही कोई सॉरी जैसा शब्द होता है। दुनिया भर में हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। इस साल फ्रेंडशिप डे 1 अगस्त यानी आज के दिन मनाया जा रहा है। क्या आपने कभी यह सोचा कि इसकी शुरुआत कब से हुई थी? और इसके क्या इतिहास रहे? आइए जानते हैं इसे, लेकिन इससे पहले यह जानेंगे कि आखिर इसका एक तिथि कोई निर्धारण क्यों नहीं है।
वैसे तो इंटरनेशनल स्तर पर 30 जुलाई को है। फ्रेंडशिप डे मनाने की एक बदस्तूर परंपरा चली आ रही हैं लेकिन भारत और बांग्लादेश सहित कई ऐसे देश हैं जो फ्रेंडशिप को एक मानक को मानकर सेलिब्रेट करते हैं। जैसे कि अगस्त का पहला रविवार जिस दिन पड़ेगा वही दिन फ़्रेंडशिप डे के लिए समर्पित हो जाएगा। जैसे कि इस बार अगस्त का पहला रविवार 1 अगस्त को ही पड़ा है और भारत-बांग्लादेश समेत कई ऐसे देश हैं जो कि आज ही के दिन फ्रेंडशिप डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं।
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1958 में हुई थी, कहा जाता है कि साल 1958 के अगस्त महीने के पहले रविवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। अपने दोस्त की याद में मरने वाले व्यक्ति के एक दोस्त ने आत्महत्या कर ली थी। तभी से अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। तभी से इस फ्रेंडशिप डे का प्रचलन पूरी दुनिया में हो चला और भारत-बांग्लादेश अमेरिका समेत विभिन्न देशों ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने की परंपरा को आज तक निर्वहन कर रहे। इस दिन लोग अपने दोस्त के नाम से अपना समय बिताते हैं और उनके साथ मस्ती करते हैं।
इस दिन को खास बनाने के लिए और दोस्ती के त्यौहार को एक मिसाल के तौर पर पेश करने के लिए इस दिन सभी दोस्त एक साथ पार्टी का आयोजन करते हैं। इसके अलावा दोस्त एक दूसरे को कार्ड्स, बैंड, ग्रीटिंग आदि देकर एंजॉय करते हैं। कुछ लोग इस दिन को यादगार बनाने के लिए हिल स्टेशन अर्थात अपने पसंदीदा जगह का चुनाव कर वहां पर जाकर मस्ती करते हैं, लेकिन कोरोना के चलते इस फ्रेंडशिप डे पर भी असर पड़ा। लोग कही जाने की बजाए सोशल मीडिया पर एक दूसरे को बधाइयां देने में जुटे हुए हैं।