Published on August 24, 2021 4:11 pm by MaiBihar Media
आज नेता प्रतिपक्ष और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव तथा बड़े बेटे एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना स्थित मेदांता अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाया। जिसके बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। जहां एक तरफ सत्ताधारी दल के नेता निजी अस्पतालों में टीका लगवाने और प्रचार करने पर तेजस्वी तेजप्रताप को घेरा है। वही, तेज प्रताप ने टीकाकरण की तस्वीरें डालकर ट्विटर पर लिखा है कि आज भाई तेजस्वी के साथ मेदांता अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाया। आप सब भी लगवाएँ।
तेज प्रताप ने सभी से टीकाकरण कराने की अपील की है। हालांकि इस बात को दरकिनार करते हुए अब सत्ताधारी दल के नेता, राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने के बाद का एक ट्वीट किए हैं उन्होंने अपने ट्वीट में निजी अस्पतालों में टिक लगवाने पर सवाल उठाया है।
सुशील मोदी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है – तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने यदि निजी अस्पताल के बजाय एम्स, आइजीआइएमएस- पटना या किसी अन्य सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के टीके लिए होते, तो जनता के बीच अच्छा संदेश जाता। उन्होंने आगे लिखा है कि तेजप्रताप स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। उन्हें उन निजी अस्पतालों की ब्रांडिंग से बचना चाहिए था, जो गरीबों की पहुँच से बाहर हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित कई अतिविशिष्ट व्यक्ति सरकारी संस्थानों में कोरोना के टीके ले चुके हैं।
इतना ही नहीं सुशील मोदी ने मांग करते हुए कहा है कि यदि लालू प्रसाद ने टीका लिया है, तो यह जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए ताकि राजद के लाखों समर्थकों को टीका लेने की प्रेरणा मिले। टीकाकरण को लेकर लोगों का भ्रम दूर करने में लालू परिवार सकारात्मक भूमिका निभा सकता है। वहीं, अंतिम ट्वीट में कहा है,अच्छी बात है कि नेता, प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने काफी देर से ही सही, कोरोना की वैक्सीन ले ली। दोनों भाइयों को अब राजनीतिक बातें भूल कर अपने माता-पिता को भी टीका लगवाने के लिए तैयार करना चाहिए।