Published on August 24, 2021 4:13 pm by MaiBihar Media
हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत महत्व है। लोग इस माह का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस मास में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। सावन में सोमवार के व्रत का भी खास महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को सबसे प्रिय है। बता दें कि शिव पुराण के अनुसार शंकर भगवान सावन माह में सोमवार का व्रत करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। आइए, जानते हैं कि सावन महीने के सोमवार की खास महत्व और कब पड़ रहा है पहला और आखिरी सोमवार।
25 जुलाई दिन रविवार से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। इस दिन सावन के महीने की प्रतिपदा तिथि है। और ऐसे में पहला सोमवार 26 जुलाई को पढ़ रहा है। सावन का पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। सोमवार को लेकर खास महत्व भी होता है। इस बार सावन में 26 जुलाई को पहला सोमवार पड़ रहा है जबकि आखिरी सोमवार 16 अगस्त को पड़ रहा है।मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक सोमवार को बेलपत्र से भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा की जाती है।
कहा जाता है कि सावन के महीने में सूर्योदय होने से पहले जागे और स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को स्वच्छ कर पूजा पाठ करें। और शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर महादेव के व्रत का संकल्प ले। सुबह-शाम भगवान शिव की प्रार्थना करें। पूजा के लिए तिल के तेल का दिया जलाएं और भगवान शिव को पुष्प अर्पण करें। मंत्रोच्चार करने के बाद शिव को सुपारी पंचामृत नारियल और बेल की पत्तियां चढ़ाएं व्रत के दौरान सावन व्रत कथा का पाठ जरूर करे।
शास्त्रों में सावन के महीने को बहुत ही पवित्र माना गया है। इस माह में भगवान शिव की पूजा और उनका अभिषेक करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। इस माह में भगवान शिव अपने भक्तों को सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। जीवन में विवाह संबंधी कोई परेशानी आ रही है तो सोमवार का व्रत और पूजा करने से लाभ मिलता है। सोमवार की पूजा हरे, लाल, सफेद, केसरिया, पीला, आसमानी रंग का वस्त्र पहनकर करनी चाहिए।