Published on September 29, 2022 2:11 pm by MaiBihar Media
फर्जी दस्तावेज बनाने के खेल वैशाली जिले की मुखिया को काफी महंगा पड़ा। इस मामले को जांच करते हुए आयोग ने मुखियां के निर्वाचन को रद्द कर दिया है। वहीं मुखिया की परेशानियां काफी बढ़ गई है। आपको बता दें कि यह मामला फर्जी जाती प्रमाण पत्र का है। आयोग ने मदारना पंचायत की निर्वाचित मुखिया रूबी सिंह के खिलाफ अत्यंत पिछड़ा धानुक जाति का फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर आरक्षण का लाभ उठा मुखिया निर्वाचित होने का आरोप सही साबित होने पर कार्रवाई की है। आपको बता दें कि मुखिया की कुर्सी मिलने के बाद रूबी सिंह के खिलाफ फर्जी जाती प्रमाण पत्र बनकार आयोग को सौंपने की बात सामने आई। आपको बता दें कि मदाराना पंचायत के मुखिया प्रत्याशी रहे दशरथ साह द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग में एक वाद दायर किया गया था। जिसमे मुखिया के उपर यह आरोप लगाया गया कि वह आयोग को जो जाति प्रमाण पत्र सौंपी है वह फर्जी है।
लगाए गए आरोप को राज्य निर्वाचन आयोग ने गहनता से जांच की जिसके बाद सभी आरोप को सही पाया गया। जिसके बाद मुखिया रूबी सिंह की परेशानियां बढ़ गई। आयोग ने दोषि मानते हुए पद के अयोग्य ठहराते हुए उन्हें पदमुक्त कर दिया है। वहीं आयोग ने मुखिया पद को रिक्त मानते हुए उप मुखिया शोभा कुमारी को कार्य करने का निर्देश दिया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा पारित आदेश के आलोक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी वैशाली के ज्ञापन 2239 दिनांक 26 सितंबर को जारी पत्र के आलोक में वैशाली प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी नीतीश कुमार ने ग्राम पंचायत राज मदरना के उप मुखिया शोभा कुमारी को तत्काल प्रभाव से कार्य करने का आदेश निर्गत किया है।
अब दोबारा होगा चुनाव, चर्चा का बाजार गर्म
निर्धारित समय सीमा व प्रक्रिया के तहत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मुखिया पद पर दुबारे चुनाव कराया जाएगा। तब तक उप मुखिया शोभा देवी मुखिया का प्रभार संभालेंगी। शोभा देवी के पति सतीश पासवान समाजिक कार्यकर्ता हैं । प्रखंड के द्वारा पत्र निर्गत होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण शुभकामना देने इनके घर पहुंच रहे हैं।