Published on March 10, 2022 1:51 pm by MaiBihar Media
दो देशों में जारी लड़ाई में यूक्रेन के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसकी खबर और तस्वीर हमसभी के सामने आई है। दोनों देशों को भी आर्थिक व जानमाल का काफी नुकसान पहुंचा है। इसी बीच रूस-यूक्रेन युद्ध के 14 वें दिन विध्वंस थमने की उम्मीद दिखाई दी है। रूस की मांगाें पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने नाटाे की सदस्यता लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, दोनेत्स्क, लुहांस्क प्रांताें की स्थिति अाैर क्रीमिया काे रूस के क्षेत्र के ताैर पर मान्यता देने की शर्ताें पर वह बातचीत काे तैयार है। वहीं, रूस सरकार के प्रवक्ता ने भी कहा है कि बातचीत में प्रगति हाे रही है। अगर उसकी शर्तें मानी गईं तो यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान रोकने काे तैयार है। रूस चाहता है कि यूक्रेन सैन्य कार्रवाई बंद करे। संविधान में बदलाव करते हुए तटस्थ रुख लाए। क्रीमिया को रूसी क्षेत्र और अलगाववादी क्षेत्रों दोनेत्स्क और लुहांस्क को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे। यूक्रेन की इस पहल के बाद दुनिया भर में शेयर बाजार चढ़ गए। वहीं क्रूड में नरमी आई है।
हम नाटाे की सदस्यता नहीं लेंगे : जेलेंस्की
जेलेंस्की ने अमेरिकी टीवी चैनल से कहा, हम नाटाे की सदस्यता नहीं लेंगे। नाटाे यू्क्रेन काे स्वीकार करने काे तैयार नहीं है अाैर रूस से टकराव से डरता है। हम भीख की तरह सदस्यता नहीं चाहते। दरअसल, रूस भी नहीं चहता था कि अमेरिका अगुवाई वाला नाटाे उसके पड़ाेस में पहुंचे। जेलेंस्की ने कहा, हम दोनेत्स्क, लुहांस्क की स्थिति पर समझौता करने काे तैयार हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने 24 फरवरी को हमला शुरू करने से पहले इन दाेनाें क्षेत्राें काे स्वतंत्र मान्यता दी थी। जेलेंस्की ने कहा, मैं सुरक्षा गारंटी की बात कर रहा हूं। हम बात कर सकते हैं और समझौता कर सकते हैं।
मैक्डाेनाल्ड, पेप्सी का भी रूस में काराेबार बंद
अमेरिकी बेवरेज कंपनी पेप्सीकाे, काेका काेला के साथ ही मैक्डाेनाल्ड, यम अाैर काफी हाउस चैन स्टारबक्स ने भी रूस में अपने अाॅपरेशंस अस्थाई रूप से सस्पेंड कर दिए हैं।
सूमी में फंसे 700 भारतीय आज भारत रवाना हाेंगे
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे 18,000 भारतीय छात्राें काे निकाल लिया गया है। अंतिम बड़े समूह में से सूमी से निकाले गए करीब 700 भारतीय छात्र निकलने वाले हैं। 75 उड़ानाें से 15521 अाैर वायु सेना की 12 उड़ानाें से 2467 भारतीय लाए गए।
यूराेप काे तेल देने की तैयारी में रिलायंस
रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया में तेल की महंगाई के बीच यूराेप की जरूरत पूरा करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए कंपनी जामनगर फैसिलिटी का मेंटेनेंस टालकर क्रूड प्रोसेसिंग बढ़ा रही है। यहां से फ्यूल शिपमेंट यूरोप भेजे जा रहे हैं। यूक्रेन संकट के बाद यूरोप में ईंधन की कीमतें आसमान पर हैं। ऐसे में कुछ रिफायनरीज विदेशों में डीजल भेजना चाह रही हैं। रिलायंस जैसे कुछ प्रोसेसर्स इसका फायदा उठाने के लिए उपयुक्त स्थिति में हैं।