Published on March 1, 2022 10:05 am by MaiBihar Media
हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर राजनीति भी हो रही है। इसी कड़ी में शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने को लेकर जारी विवाद के बीच उडुपी में सरकारी महिला पीयू कॉलेज की तीन छात्राओं को प्रैक्टिकल की परीक्षा देने से रोक दिया गया। आपको बता दें कि हिजाब पर राेक के विराेध में कर्नाटक हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाली छह छात्राओं में से तीन 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम में पढ़ रही हैं।
रोक के बाद कई छात्राएं स्कूल-कॉलेज नहीं जा रही
हिजाब पहन कर काॅलेज में प्रवेश पर लगी रोक के बीच कई छात्राएं स्कूल-कॉलेज नहीं जा रही हैं। वे हिजाब के साथ ही पढ़ने पर अड़ी हुई हैं।
प्रैक्टिकल परीक्षाओं को टालने की हाईकोर्ट से अपील
इस बीच, राज्य के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। छात्राअाें ने फैसला अाने तक प्रैक्टिकल परीक्षाओं को टालने की हाईकोर्ट से अपील की है। पूरे मामले में 11 दिन तक लगातार सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस हफ्ते फैसला अाने की संभावना है।
प्रैक्टिकल रिकॉर्ड बुक तभी स्वीकार होगी जब हिजाब हटाउंगी
प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने से रोकी गई एक छात्रा ने कहा, “मैं अपनी प्रैक्टिकल रिकॉर्ड बुक जमा कराने और फिजिक्स की प्रेक्टिकल परीक्षा देने के लिए कॉलेज गई थी। लेकिन लेक्चरर ने मुझसे कहा, वह बुक तभी स्वीकार करेंगी जब मैं अपना हिजाब हटा लूंगी। फिर उन्होंने मुझे प्रिंसिपल के चैंबर में भेज दिया, जहां प्रिंसिपल ने मुझे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी।’ छात्रा ने आगे कहा, “इंटरनल्स सहित प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 30 अंक हैं, जबकि लिखित परीक्षा के लिए 70 अंक। मुझे प्रैक्टिकल परीक्षा से वंचित किया जाता है तो मैं लिखित परीक्षा के लिए अयोग्य हो जाऊंगी।’