Published on February 25, 2022 1:44 pm by MaiBihar Media
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद अब राजनीतिक गिलियारों में सरगर्मी काफी बढ़ गई है। एक तरफ विपक्षी मंत्री की इस्तिफे की मांग कर रहे है तो दूसरी तरफ ईडी कार्रवाई तेज हो गई है। अपकों बता दें कि दो बड़े राजनैतिक हस्तियों की अबतक गिरफ्तारी हो चुकि है। मंत्री की गिरफ्तारी के बाद सत्ता पक्ष की भी बैठकों का दौर लगातार जारी है। इसी बीची प्रवर्तन निदेशालय ने दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक के भाई कप्तान मलिक को तलब किया है।
कप्तान को पूछताछ के लिए बुलाया
नवाब की गिरफ्तारी के बाद नाेटिस जारी कर कप्तान को पूछताछ के लिए बुलाया गया। विशेष पीएमएलए काेर्ट ने बुधवार को नवाब को 3 मार्च तक ईडी रिमांड में भेजा है। दूसरी ओर, नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विराेध में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्रियाें और सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायकाें ने धरना-प्रदर्शन किया। एमवीए के तीनाें दलाें के नेता और कार्यकर्ता 25 फरवरी से राज्यभर में मोर्चा निकालेंगे।
मलिक से इस्तीफा लेने से इनकार
एमवीए ने केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयाेग का आराेप लगाते हुए मलिक से इस्तीफा लेने से इनकार किया। ठाकरे के बेटे और कैबिनेट मंत्री आदित्य ने केंद्र पर चुनावी हथकंडे के लिए केंद्रीय एजेंसियाें का दुरुपयाेग करने का आराेप लगाया। उन्हाेंने कहा, “केंद्र सरकार चुनावी चाल चल रही है। जब चुनाव आते हैं, एजेंसियां काम शुरू कर देती हैं।’ उधर, भाजपा नेताअाें ने मलिक के इस्तीफे की मांग काे लेकर मुंबई और पुणे में प्रदर्शन किया।
मंत्री नवाब मलिक को बहन से मुलाकात नहीं करने दी
मलिक की बहन और राकांपा नेता सईदा खान उनसे मिलने दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट इलाके में ईडी कार्यालय पहुंचीं। लेकिन मुलाकात नहीं हाे पाई। सईदा काे ईडी दफ्तर के बाहर लंबे इंतजार के बाद अंदर जाने की अनुमति दी गई। सईदा ने कहा, हम लिफ्ट में मिले, उन्होंने मुझसे कहा, यह सच्चाई की लड़ाई है। एकजुट होना है और लोग हमारे साथ हैं।
दाऊद का भाई इकबाल कासकर न्यायिक हिरासत में
काेर्ट ने दाऊद के भाई इकबाल कासकर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उसकी हिरासत खत्म हाेने पर ईडी ने गुरुवार काे उसे काेर्ट में पेश किया। कासकर को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 18 फरवरी को सात दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेजा गया था।