Published on February 23, 2022 12:46 pm by MaiBihar Media
21 दिन की फरलो पर रिहा हुए दुष्कर्म और हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सरकार ने जेड प्लस सुरक्षा दी है। परिवार से मिलने के नाम पर सात फरवरी काे मिली रिहाई के बाद से वह गुरुग्राम आश्रम में है। डेरा प्रमुख अपने सिरसा में आश्रम में दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सजा काट रहा है। उसे अगस्त 2017 में विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था। इसके अलावा वह पत्रकार रामचंद्र छत्रपति व डेरा मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामले में भी सजा काट रहा है। पिछले साल उसे डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या का दोषी पाया गया। वहीं, 2019 में छत्रपति की हत्या में सजा हुई। हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रोहतक रेंज के आयुक्त को हाल ही में भेजे पत्र में कहा, खालिस्तानी आतंकियों से डेरा सच्चा साैदा के प्रमुख राम रहीम को खतरा होने की पुख्ता जानकारी मिली है।
पत्रकार के बेटे ने कहा- गैरकानूनी तरीके से निकाला गया है बाहर
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल ने कहा, राम रहीम को हरियाणा सरकार ने गैरकानूनी तरीके से जेल से बाहर निकाला। नियम कानून ताक पर रखकर हार्डकोर क्रिमिनल को जेल में सुविधाएं दी जाती हैं। हमने हाईकोर्ट में पिटिशन फाइल की थी। इसके जवाब में सरकार ने कहा था कि राम रहीम सीधे कत्ल में शामिल नहीं है, इसलिए हार्डकोर क्रिमिनल नहीं है। अंशुल ने कहा, जो आदमी दो हत्या और दो साध्वियों से दुष्कर्म का दोषी हो वह हार्डकोर क्रिमिनल नहीं है? कई अन्य मामलों में ट्रायल और जांच पेंडिंग है। अंशुल ने कहा, उसकी रिहाई से पीड़ित परिवारों और गवाहों को खतरा है। 2017 में सजा के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई तब तीन राज्यों में दंगे फैले थे। अगर सरकार मानती है कि खालिस्तानियों से खतरा है तो जेल सुरक्षित है। गौरतलब है कि राम रहीम की रिहाई पंजाब के मतदान से ठीक पहले हुई थी। पंजाब में बड़ी संख्या में इस डेरे के अनुयायी हैं।