Published on December 21, 2021 10:18 pm by MaiBihar Media
चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक सोमवार को लोकसभा में पेश किया गया और विपक्ष के विरोध के बीच इसे बहुमत के साथ पारित हुआ। वहीं, विपक्ष के हंगामे और वाकआउट के बीच राज्यसभा ने चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक को मंगलवार को पारित कर दिया। अब चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक राष्ट्रपति के दस्तखत के लिए राष्ट्रपित भवन जाएगा और दस्तखत मिलने के बाद वोटर आईडी को आधार से लिंक करने का कानून बन जाएगा।
भाजपा, जदयू, वाईएसआरसीपी, एआईएडीएमके, बीजद और टीएमसी-एम ने विधेयक का समर्थन किया। इससे पहले विपक्ष ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इससे मतदाताओं की निजता के अधिकार को खतरा होगा। वहीं, सत्ता पक्ष ने कहा कि इससे फर्जी मतदाताओं की पहचान आसान होगी। चुनाव कानून(संशोधन) विधेयक को लेकर कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि एक नाम से कर्ई मतदाता-पहचान-पत्र हैं। आधार लिंक होने से ऐसे फर्जी मतादाता पहचान-पत्र को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
वहीं, वाकआउट से पहले तृणमूल कांग्रेस सदस्य डेरेक ओब्रायन सहित अन्य विपक्षी सदस्यों ने बेल में आकर मत विभाजन की मांग की। उपसभापति हरिवंश ने उन्हें सीट पर जाने को कहा, जिससे मत विभाजन हो सके। हालांकि विपक्षी सदस्य नारे लगाने लगे। इस दौरान डेरेके रूल बुक उपसभापति की ओर फेंकी। इस बर्ताव के लिए उन्हें संसद के मौजूदा सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।