रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर सीधे हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे फोन को टैप किया जा रहा है। इसकी रिकॉर्डिंग की जाती है। कुछ अधिकारी चापलूसी में और कुछ मजबूरी में फोन टैपिंग करा रहे हैं। साथ ही प्रियंका गांधी ने भी फोन रिकॉर्ड पर सरकार को घेरा है। हालांकि इस बयान पर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार भी किया है।
मुख्यमंत्री योगी जब भी खाली होते हैं तो शाम को खुद मुख्यमंत्री उनमें से कुछ की रिकार्डिंग सुनते हैं। इसी कारण आप लोग भी जो मुझे फोन करते हैं, थोड़ा सतर्क रहें। सपा कार्यालय से जुड़े लोगों के फोन टैप किए जा रहे हैं। जिन लोगों पर छापेमारे गए वे सपा के लिए काम कर रहें है। बता दें कि शनिवार के दिन आयकर का छापा समाजवादी नेताओं के घर पड़ा था। जिसके बाद अखिलेश यादव ने आज प्रेस वार्ता में फोन रिकॉर्डिंग की यह जानकारी दी।
अखिलेश ने अपने वार्ता में कहा कि छापे भाजपा की बौखलाहट को दिखाते हैं वो जानते हैं कि वो ये चुनाव हारने जा रहे हैं 2022 में सपा की सरकार आ रही है। ऐसे में वो हर हथकंडा अपना रहे हैं लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि समाजवादी विजय रथ रुकने वाला नहीं है। सपा नेताओं के पांच शहरों के 12 से अधिक ठिकानों पर शनिवार को आयकर टीमों ने एक साथ छापा मारा था। कुछ जगहों पर रविवार को भी छापेमारी चलती रही। अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकारी जमीन पर बनी दुकानों पर बुलडोजर चलवा कर खुद मुआवजा ले लिया। उन्हे बताना चाहिए कि उन्होंने कितना मुआवजा लिया। आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी बनाने के लिए तलाब व वेटलैंड की भूमि हड़पी गई है।
सीएम योगी ने किया पलटवार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि आयकर के छापों से सपा परेशान हो रही है। इस पर मैंने एक व्यक्ति से पूछा कि यह सब क्यों हो रहा है तो उन्होंने कहा कि आपको पता नहीं चोर की दाढ़ी में तिनका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच साल साल में किसी की संपत्ति 200 गुना बढ़ जाएगी। क्या कोई सोच सकता था, लेकिन समाजवादी पार्टी सरकार में यह सब देखने को मिला।