Published on October 26, 2021 8:58 pm by MaiBihar Media
कुशेश्वरस्थान व तारापुर की चुनावी सभाओं को संबोधित कर लौटने के बाद पटना हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया को संबोधित किया। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- ‘लालू जी, मुझको गोलीए (गोली) मरवा दें। सबसे अच्छा यही होगा। बाकी कुछ नहीं कर सकते हैं। अगर चाहें, तो गोली मरवा सकते हैं। और कुछ नहीं कर सकते हैं। समझ गए न।’ बता दें कि उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हंसते हुए, हाथ जोड़ कर कहा। दरअसल, उनसे पूछा गया था कि ‘लालू जी बोले हैं कि हम आए ही हैं बचे लोगों का विसर्जन करने के लिए।’
19 लाख रोजगार पर दिया यह जवाब
वहीं, एक दूसरे सवाल में पत्रकारों ने कहा कि प्रचार के लिए लालू जी भी जा रहे हैं, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा-‘जाएं न भाई। सबको जाने का अधिकार है। इसमें हम लोगों को क्या कहना है?’ वहीं, रोजगार के लिए हुए विरोध पर जब पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि देख नहीं रहे हैं, हमलोग रोजगार के लिए कितना काम कर रहे हैं। अभी एक-डेढ़ साल से कोरोना का जो दौर चल रहा है, एक-एक चीज व रोजगार के लिए प्रबंध किया है। हर क्षेत्र में काम हो रहा है। शिक्षक नियोजन से लेकर सरकारी विभागों में नौकरी को लेकर काम शुरू है। अब किसी को कुछ पता नहीं है। कब क्या दौर चल रहा है, क्या स्थिति है, इन सबकी कोई जानकारी नहीं है, तो उसको क्या कहा जाए। जान लीजिए जो लोग इस तरह की डिमांड रखते हैं, उनकी बातों का कोई मतलब नहीं। उनको 15 साल काम करने का मौका मिला। कितने लोगों को रोजगार, नौकरी दिया?
तेजस्वी पर तंज कस, जनता को बताया मालिक
मुख्यमंत्री ने कहा-किसी को कुछ पता चलता है जी। खाली बोलता है। हम पर बोलेगा तभी न पब्लिसिटी मिलेगी। बोलो, करो। जो इच्छा है करो। हमलोगों को कोई चिंता नहीं, कोई परवाह नहीं। हमलोग जनता की सेवा करते हैं। सेवा करना ही हमारा धर्म है। जनता की इच्छा है, वही तय करती है। जनता ही मालिक है, उसे ही तय करना है। आगे जब पत्रकारों ने कहा कि जनता का मूड कैसा लग रहा है’ के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा-‘जनता का मूड तो ठीक ही है। इसमें क्या शक है? जनता का मूड क्या है, यह हमारे बोलने की अपेक्षा मीडिया के लोग बेहतर अनुभव कर सकते हैं। हमलोगों का कार्यक्रम था। तीन जगह मीटिंग करके लौट गए हैं। अब जनता मालिक है।’
लालू-राबड़ी शासनकाल पर बोला हमला
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री का कहना था-जरा जवाब तो दें। 15 साल में क्या किया? कितना सड़क बनवाया? बिजली, शिक्षा का क्या किया? क्या स्थिति थी अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़ों, अल्पसंख्यक समुदाय और महिलाओं की? कितनों को भगाए थे यहां से? व्यापार करने वालों को, इलाज करने वालों को …, कितने लोगों को भगवाए थे और आज क्या स्थिति है? खाली मोबाइल पर इधर-उधर करता है। हमको इन सबमें कोई दिलचस्पी नहीं है।