दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े गोलीबारी की घटना में गैंगस्टर ‘गोगी’ सहित तीन अपराधियों की मौत हो गई। मालूम हो कि शुक्रवार को कोर्ट परिसर में तबातोड़ फायरिंग की घटना से परिसर में अफरा-तफरी मच गया। बताया जा रहा है कि घटना उस वक्त घटी जब गैंगस्टर को पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। मामले में पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर जितेंदर मन उर्फ ‘गोगी’ को पेशी पर लाया गया था। गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या करने वालों की पहचान कर ली गई है। बताया जा रहा है कि यूपी के बागपत के राहुल फफूंदी और दिल्ली के बक्करवाला निवासी मौरिस के तौर पर पहचान हुई है। दोनों गैंगस्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू के गुर्गे थे। टिल्लू की 11 साल से गोगी से अदावत थी।
हमलावरों ने अदालत परिसर में घुसकर उसे निशाना बनाकर गोलीबारी की। इस हमले में ‘गोगी’ मारा गया। हालांकि सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों ने तुरंत ही मोर्चा संभाल लिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की और तीन शूटरों को मार गिराया। बाताय जा रहा है कि ऊत्तर क्षेत्र के जेसीपी (संयुक्त पुलिस आयुक्त) इस घटना की जांच करेंगे। एक वकिल ने बताया कि ऐसा कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले तीन से चार बार पहले भी गोलीबारी की घटना घटते रही है, जो चिंता का विषय है।
घटना के वक्त पुलिस ने कैसे संभाला मोर्चा
कोर्ट परिसर में तैनात सुरक्षाबलों ने घटना घटते ही मोर्चा संभाला और वकीलों के भेष में आए दोनों हमलावरों को भागने का मौका नहीं दिया। उन्हें वहीं ढेर कर दिया। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि ‘गोगी’ दिल्ली का मोस्ट वांटेड अपराधी था। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि गोगी पर साढ़े छह लाख का इनाम था। उसे बीते साल मार्च में गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। जबकि मारे गए हमलावर उसके विरोधी गिरोह के सदस्य थे। इस घटना में अपराधियों के अलावा अन्य कोई हताहत नहीं हुआ है।
इनामी गैंगस्टर था गोगी
जानकारी के लिए बताते चलें कि गोगी एक बार पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। उस पर एक समय में इनाम भी रखा था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो गोगी हत्या, लूट और जमीन को कब्जाने में संलिप्त था। कई मामले उसके खिलाफ दर्ज थे। बताया जा रहा है कि वो जब जेल में था तो जेल के अंदर से अपने गैंग को संचालित करता था।