Published on August 7, 2021 11:36 pm by MaiBihar Media
नवोदित जैबलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 13 वर्षों में पहला स्वर्ण पदक दिलाया । अपने प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम के आखिरी दिन चोपड़ा के स्वर्ण के साथ, भारत ने दो रजत और चार कांस्य सहित कुल सात पदक के साथ समापन किये। वह ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए हैं।
23 साल की उम्र में, वह अभिनव बिंद्रा के साथ चुनिंदा गोल्ड क्लब में शामिल हो गए, लेकिन उन्हें उम्र की वजह से हरा दिया क्योंकि अभिनव की उम्र 25 वर्ष थी। यह पहली बार था जब विभिन्न श्रेणी में भारत ने इतने सारे मैडल हासिल किये। वेटलिफ्टिंग और रेस्टलिंग में मीराबाई चानू और रवि दहिया ने रजत पदक दिलाये।
२३ वर्षीय नीरज एक किसान के बेटे हैं जो पानीपत, हरियाणा के नजदीक खांद्रा गांव के हैं। नीरज ने 87.58 मीटर भाला फेंककर टोक्यो ओलिंपिक में अपना नाम सबसे ऊपर दर्ज कर दिया। उनकी कहानी जितनी प्यारी है उतनी ही प्रेरक भी। स्कूल में रहते हुए नीरज एक बार उत्साहित होकर अपने दोस्तों को अपना उजाला कुरता पायजामा दिखाने गए पर तुरंत ही रोते हुए घर वापस आ गए। पता चला की उनके दोस्तों ने उनका मज़ाक उड़ाते हुए कहा था की ” देखो सरपंच जी आ गए”। इस घटना ने उनको बहुत प्रभावित किया।
उनकी लाइफस्टाइल काफी सिंपल है। उनके वार्डरोब में कुछ जोड़ी उजाले कुर्ते पजामे और एक जोड़ी लेदर की चप्पल है। “मैंने कभी भी जीन्स और लेसेस वाले जूते नहीं पहने हैं ” ऐसा वो बताते हैं।