Published on November 15, 2022 2:07 pm by MaiBihar Media

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा मुख्यमंत्री ने कहा-बिहार पौराणिक स्थल है। एक समय यहीं से शासन व्यवस्था संचालित होती थी। यहां विकास होगा, तो लोगों को प्रेरित करेगा। चिंता नहीं करनी है। समाज में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव का भाव कायम रहे। आपस में झगड़ा नहीं करना है। कुछ लोग तो झगड़ा लगाने में विश्वास रखते हैं। उनका काम सिर्फ नफरत फैलाना और झगड़ा लगाना है। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। एकजुट रहते हुए सबका सम्मान करना है, सबके विकास के लिए काम करना है। वहीं सीएम ने कहा कि कर्मियों के रिटायरमेंट के तुरंत बाद उस पद को भरा जाएगा। विभिन्न विभागों में जरूरत के मुताबिक नए पदों का सृजन किया जाएगा। बिहार में कई इंजीनियरिंग कॉलेज और अन्य संस्थान खोले गए हैं। यहां से पास करने वाले युवकों को विभागों में भर्ती करना जरुरी है। मुख्यमंत्री, सोमवार को जल संसाधन विभाग के कनीय लेखा लिपिक, निम्न वर्गीय लिपिक और कनीय अभियंता के नियुक्त पत्र वितरण व उन्मुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने 489 नवनियुक्त निम्नवर्गीय लिपिक, 485 नवनियुक्त कनीय लेखा लिपिक एवं 32 कनीय अभियंताओं (असैनिक) सहित कुल 1006 नवनियुक्त लोगों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।

7 वर्ष पहले लिपिक पद समाप्त हो गया था, फिर से हुआ सृजन

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मुख्यमंत्री ने कहा कि लिपिक पद की सात-आठ वर्ष पहले समाप्त हो गया था। इस दौरान लिपिक की जरूरत और कुछ लोगों की इस पद पर बहाली की जानकारी होने के बाद पदों का फिर से सृजन किया गया। इसके बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरु की गई।मुख्यमंत्री कहा कि नेपाल से आने वाले पानी की वजह से बिहार में बाढ़ आती है। कई बार कोशिश की। इस समस्या के हल के लिए कोई काम नहीं किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा-बिहार तो गरीब राज्य है। हमलोग लगातार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं। विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो स्थिति काफी बेहतर होती। इसके बावजूद बिहार में लोगों की आमदनी बढ़ी है, उनके आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को सरकारी स्कूलों में कायदे की पढ़ाई सुनिश्चित कराने को कहा। मौका, सोमवार को ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम का था। मुख्यमंत्री का कहना था कि स्कूलों में समय से शिक्षकों की उपस्थिति हो। वे तय समय तक पढ़ाएं। दरअसल, कटिहार जिला से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री को बताया कि आदर्श मध्य विद्यालय में शिक्षक समय से नहीं आते हैं और समय से पहले ही छुट्टी भी कर देते हैं। इससे पढ़ाई प्रभावित होती है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को भी इस बारे में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

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