Published on September 8, 2022 11:44 am by MaiBihar Media

संगीत के क्षेत्र से फिर एक बुरी खबर आई है, मशहूर भोजपुरी लोक नर्तक ‘पद्मश्री’ रामचंद्र मांझी ने बुधवार रात दुनिया को अलविदा कह दिया। रामचंद्र मांझी मांझी लंबे वक्त से हार्ट ब्लॉकेज और इंफेक्शन की समस्या से जूझ रहे थे और कल रात पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में वो जिंदगी की जंग हार गए और उन्होंने दुनिया से विदाई ले ली। वहीं मांझी के बीमार होने पर कई नेता व जिले से लोग मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। वहीं इस खबर के बाद भोजपुरी के कई मशहुर कलाकारों ने गहरा दु:ख जताया है।

आरजेडी कोटे के मंत्री जितेंद्र राय ने IGIMS में करवाया भर्ती
रामचंद्र मांझी के आखिरी दिन काफी परेशानी में गुजरे। सारण जिले के तुजारपुर के रहने वाले रामचन्द्र मांझी पिछले कई दिनों से सांस की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे। लेकिन इस दौरान बिहार के किसी कलाकार ने उनपर ध्यान नहीं दिया। जिसपर पहले भी कई समाजसेवियों ने दु:ख जताया था लेकिन इसी बीच सारण से ही आनेवाले और आरजेडी कोटे के मंत्री जितेंद्र राय ने पहल की और उन्हें आईजीआईएमएस में भर्ती कराया। इस दौरान भी अस्पताल में बिहार का कोई कलाकार उनका हाल तक जानने नहीं आया।

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दस वर्ष की उम्र से ही नाच दल में हो गए थे शामिल
आपको बता दें कि भिखारी ठाकुर के नाच दल में 10 वर्ष की उम्र से ही रामचंद्र मांझी काम करने लगे थे। 35 सालों तक भिखारी ठाकुर के साथ काम किए। रामचंद्र मांझी भिखारी ठाकुर रंगमंडल के सबसे बुजुर्ग सदस्य थे। वहीं केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी ने मांझी को लोक रंगमंच पुरस्कार के लिए चुना था। यह पुरस्कार 1954 से हर साल रंगमंच, नृत्य, लोक संगीत, ट्राइबल म्यूजिक सहित कई अन्य क्षेत्रों में दिया जाता है। इसके लिए हर साल देश भर से कलाकारों का चयन होता है।

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