Published on December 30, 2021 2:07 pm by MaiBihar Media
मौसम के बदलते मिजाज ने एक बार फिर से किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार की रात और बुधवार को रुक रुक कर हो रही बूंदा-बूंदी की वजह से आलू और गेहूं उत्पादन को लेकर किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। किसानों ने बताया कि इस बारिश की वजह सेआलू की फसल में झुलसा रोग लगने की संभावना दिख रही है। वहीं दूसरी ओर गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचने के आसार है। किसानों ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए बताया कि पहले से ही वे लोग प्रतिकूल जलवायु के कारण परेशान हैं। इस समय खेतों में आलू की फसल लगाई है और पिछात गेहूं की फसल लगाने के लिए प्रयासरत हैं। अचानक हुई बारिश के कारण आलू के अलावा गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावना है। गेहूं की फसल लगाने के लिए किसान अपने खेतों से जल निकासी कर उसे सूखने के लिए छोड़ दिया है। वहीं अब भी कई किसानों के खलिहानों मेंे अबतक धान की फसल रखी हुई है। जो बारिश के कारण भिंग चुकि है और किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
कैसे करें झुलसा राेग की पहचान
वरीय कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि किसान तत्काल प्रबंधन कर इस झुलसा रोग से होने वाली आलू की फसल के क्षति को रोक सकते हैं। अच्छी पैदावार के लिए किसानों द्वारा फसलों पर रक्षात्मक तरीका अपनाया जा सकता है। ठंड के कारण आलू की फसल के पत्तियों पर फाइपोथोरा नामक फंगस अपना प्रभाव डालता है जिससे पत्ती का आकर कटोरानुमा हो जाता है।