Published on December 17, 2021 8:36 pm by MaiBihar Media
लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग पर पूरा विपक्ष एक जुट दिखाई दे रहा है। आज यानी शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा में मंत्री के निलंबन के मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामे के कारण कामकाज प्रभावित रहा। उधर, प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के करीब 40 में से 36 सांसदों के साथ चाय पर चर्चा किया। जिसमें, मंत्री अजय मिश्र टेनी नहीं दिखे। चर्चा के बाद सांसदों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की टेमपरेचर की स्थिति को जाना।
क्यों उठ रही इस्तीफे की मांग और क्या है पूरा मामला
गौरतलब हो कि अक्टूबर माह में किसानों का आंदोलन हिंसा में तब तब्दील हो गया जब वे शांति पूर्ण आंदोलन कर तीन कृषि कानून को रद् करने की मांग कर रहे थे, तभी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेट आशीष मिश्र उर्फ मोनू ने किसानों को रौंद दिया। जिसका वीडियो वायरल हुआ।
एसाईटी ने जांच किया और कहा कि मंत्री का बेटा इरादतन साजिश के तहत हत्या की है। एसआईटी ने पूरे प्रक्रण में अब मंत्री समेत 14 आरोपितों पर हत्या की मुकदमा दर्ज कराया है। पूरे मामले में बेटा के साथ मंत्री की किरकिरी होती रही है। इसके साथ ही विगत दो दिन पहले जब पत्रकारों ने अजय मिश्रा से बेटे को लेकर सवाल किया तो मंत्री बिफर गए और अपशब्द कहते हुए धक्का-मुक्की भी की। जिसके बाद इस्तीफे की मांग और तेज हो गई है।
लोकसभा में सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर शोरगुल शुरू कर दिया। प्रश्नकाल में केवल चार सवालों के बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया।