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Published on November 28, 2021 2:06 am by MaiBihar Media

कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन की खोज भले ही हो गई हो। लेकिन कोरोना के कोहराम से दुनिया अब तक नहीं उबर सकी है। इस बीच दक्षिण अफ्रीका से चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आयी है। दरअसल,  कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को अबतक का सबसे जयादा म्युटेशन वाला वेरिएंट बताया जा रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए भारत में बोत्स्वाना, दक्षिण अफ्रीका और होन्ग-कोंग के अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और इनके साथ सम्पर्क में आने वाले किसी भी देश के यात्रियों की सूक्ष्मता से जांच और परीक्षण किया जा रहा है।

भारत और ब्रिटेन में अलर्ट जारी

अभी शुरुआती दौर कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी लेकिन शुरुआती संकेत इससे लेकर चिंता पैदा करते है। क्योकि इस वेरिएंट के मामले तेजी से फैले है। इसे ध्यान में रख कर ब्रिटेन ने छह अफ्रीकी देश से आने वाले फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत इसकी गंभीरता को लेकर और ब्रिटेन में अलर्ट जारी कर चुका है।

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वैक्सीन हो सकती है अप्रभावी

कोरोना वायरस के अबतक कई  मिले वेरिएंट मिले है।मगर सारे वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में मिले वेरिएंट जितने खतरनाक नहीं थे। दक्षिण अफ्रीका में यूनिवर्सिटी प्रो. रिचर्ड लेलसल कहते है “हमारी चिंता ये है कि इससे वायरस की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की संभावना ज्यादा है। यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली से बच्च भी सकता है।  यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के प्रो. रवि गुप्ता कहते है” बीटा प्रतिरक्षा तंत्र से बच सकता था। डेल्टा वैरिएंट में संक्रमकता थी।  मगर इसमें प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की थोड़ी क्षमता थी।

आपको बता दें कि दक्षिण अफ़्रीका में सेंटर फॉर एपिडेमिक रिस्पांस एंड इनोवेशन के निदेश प्रोफेसर टुडिओ डी ओलिवेरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया की वायरस में बहुत ही ज्यादा म्युटेशन है।यह म्युटेशन का असामान्य समूह है और अन्य वेरिएंट से काफी अलग है।

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