कोरोना की तीसरी लहर से बचाव को लेकर पर्व के दौरान भी आपको सतर्कता बरतने की जरूरत है। दूसरी लहर के बाद अब देश में संक्रमण की रफ्तार स्थिर हो गई है, लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अब भी बरकरार है। जानकारों का मानना है कि नई-नई जीवित कोशिकाओं के लिए कोरोना वायरस को मौके की तलाश है।
लापरवाही से बचें, नियमाें का करें पालन
पर्व के दौरान लगने वाली बेपरवाह भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित हो सकती है। अब त्याेहारों का सिजन जारी है। ऐसे में हमारी थोड़ी सी लापरवाही अपके लिए व पूरे समाज के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। पर्व के दौरान भी लोगों को सतर्कता से काम लेने की जरूरत है ताकि परेशानियों से बचा जा सके।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बेहद ही जरूरी
चिकित्सकों की एक टीम ने बताया कि वायरस छींक, खांसी या सांस से निकले ड्रापलेट्स से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। इस ड्रापलेट्स से बचाव को लेकर एक दूसरे से दूरी बनाए रखना बेहद ही जरूरी है ताकि संक्रमण से बचाव हो सके।
पर्व के समय भी मास्क का उपयोग जरूर करें
लोग त्योहार के सीजन में थोड़ी लापरवाही बरते हैं। एक दूसरे से मिलते व बात करते हुए नियमों का पालान सही ढ़ग से नहीं करते है जो खतरनाक साबित हो सकता है। हमेशा एक दूसरे से बात करते हुए मास्क का उपयोग करना बेहद ही जरूरी है।
अपने रिश्तेदारों व आसपास के लोगों को भी करें जागरूक
पर्व के दौरान लोग दूसरें प्रदेशों से भी अपने गांव व घर आते है। अब यह सिलसिला जारी है। ट्रेनों में छठ व दीपावली को लेकर काफी संख्या में लोग आते है। जिनसे सतर्कता बरतने की जरूरत है। अब भी कई राज्यों में कोरोना की संक्रमण दर ज्यादा है। जाने-अनजाने में कई लाेग इस संक्रमण की चपेट में आ सकते है। इसलिए संक्रमण से बचाव को लेकर अपने रिश्तेदारों व आसपास के लोगों को को भी जागरूक करें।
बुजुर्ग भीड़-भाड़ से रहें दूर, बच्चों पर रखें ध्यान
जानकारों का मामन है कि भीड़-भाड़ वाले माहौल में बीमार और बुजुर्ग घर से न निकलें तो बेहतर होगा। ऐस लोगों को लिए अलग व्यस्था की जाएग तो बेहतर होगा। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए घर में बना पौष्टिकआहार दें और आवश्यक रूप से वैक्सीन की दोनों डोज लगवा दें। वहीं कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर अपने बच्चों पर ध्यान दें ताकि तीसरी लहर में बच्चों के बीमार पड़ने की संभावना ज्यादा है।