गया जिले में पितृपक्ष मेले को लेकर जंक्शन पर डॉग व बम डिस्पोजल दस्ता के साथ सुरक्षा जांच अभियान अधिकारियों के द्वारा चलाया गया। अभियान के दौरान राजकीय रेल पुलिस के कई वरीय अधिकारी भी शामिल थे। रेल सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु व अनियमितता नहीं पाई गई। सर्कुलेटिंग एरिया, कार पार्किंग, मोटरसाइकिल पार्किंग, पार्सल कार्यालय, टिकट बुकिंग काउंटर व कार्यालय, प्लेटफार्म पर स्थित यात्री प्रतीक्षालय व सभी प्लेटफार्मों की भी गहनता से जांच की गई।
अतिरिक्त अफसरों व जवानों की हुई तैनाती
किसी भी तरह की अनहोनी को टालने के लिए व सुरक्षा को लेकर राजकीय रेल पुलिस व आरपीएफ में अतिरिक्त अफसरों व जवानों की तैनाती की गई है। पितृपक्ष के दौरान सुरक्षा को लेकर जंक्शन के प्लेटफार्म एक के मेन गेट पर मेटल डिटेक्टर डोर लगाया गया है। जिससे होकर यात्रियों को सुरक्षा जांच के लिए गुजारा जाएगा। वहीं हैंड होल्ड मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षा जांच को लेकर जवानों को लगाया गया है। वहीं ड्यूटी पर तैनात अधिकारी किसी भी तरह की गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए है।
ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ी
मालूम हो को पिंडदान करने के लिए बड़ी सख्या में लोगों को शहर में आना शुरू हो गया है। राज्य के हर कोने से लोग अपने पितरों की तृप्ति के लिए यहां पिंड दान करने के लिए आते है। जिससे ट्रेनों में यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है। शहर के कई होटलों में भी लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। वहीं कोरोना प्रोटोकाॅल के तहत हर काम में सावधानी बरती जा रही है। वहीं संक्रमण से बचाव को लेकर भी लोगाें से सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।
अधिक संख्या में कोविड जांच के निर्देश
जंक्शन पर विभिन्न जगहों से ट्रेनों से आने वाले पिंडदानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं कोविड संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है। इसके लिए अधिक संख्या में रेलवे यात्रियों को कतारबद्ध कर कोविड टेस्ट के लिए निर्देश दिया है। जिला स्वास्थ्य टीम को कोविड एंटीजन टेस्ट के साथ थर्मल स्क्रीनिंग के लिए लगाया गया है। जिले मेंे भले ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम है, लेकिन पिंडदानियों से भी कोरोना प्रोटोकॉल के लिए अपील की जा रही है।