Published on September 22, 2021 11:18 pm by MaiBihar Media
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को प्रयागराज के श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में भू-समाधि दे दी गई। मालूम हो कि अंतिम क्रियाकर्म महंत के कथित सुसाइड नोट में बताए गए उत्तराधिकारी बलबीर गिरि ने संपन्न की। वहीं, सुसाइड नोट के आधार पर बनाए गए आरोपी आनंद को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इधर आनंद से जुड़े सभी गजेट को पुलिस ने जब्त कर लिया है। साथ महंत से जुड़े लोगों से भी एसआईटी ने पूछताछ किया है।
विसरा की जांच रिपोर्ट से सच आएगा सामने
भू-समाधि की प्रक्रिया तब अपनाई गई जब पांच डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत की बात सामने आई है। हालांकि, अंतिम रिपोर्ट बिसरा की जांच के बाद आएगी। बता दें कि किसी की मौत हो जाने के बाद अगर पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराती है, तो इस दौरान मरने वाले के शरीर से विसरल पार्ट यानि आंत, दिल, किडनी, लीवर आदि अंगों का सैंपल लिया जाता है, उसे ही विसरा कहा जाता है। अगर किसी शख्स की मौत संदिग्ध हालात में होती है तो यह जांच की जाती है। महंत का यह रिपोर्ट बड़ा खुलासा कर सकती है। पोस्टमार्टम के बाद उनकी पार्थिव शरिर को बाघम्बरी मठ लाया गया। जहां स्नान के बाद बांध स्थित लेटे हनुमान मंदिर फिर वापस मठ लाया गया। और फिर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महंत को भू-समाधि दी गई। अंतिम क्रिया के दौरान सभी 13 अखाड़ों के साधु-संत मौजूद थे। बता दें कि बुधवार को महंत की अंतिम यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होकर संगम पहुंची।
उत्तराधिकारी ने महंत की राइटिंग पहचानने से भी किया इनकार
समाधि के बाद पुलिस और एसआईटी ने बलवीर से भी पूछताछ की है। सुसाइड नोट के आधार पर बलबीर ने कहा था कि वह उत्ताराधिकार संभालने के लिए तैयार है। इस बीच, उसने सुसाइड नोट में महंत की राइटिंग पहचानने से भी इनकार किया है। अब बलबीर ने कहा है कि उत्तराधिकारी का फैसला अखाड़े के पंच परमेश्वर करेंगे। उत्तराधिकारी चुनने के लिए होने वाली पंच परमेश्वर की बैठक भी टाल दी गई है। वहीं, अखाड़ों के संगठन ने भी इस मामले की आंतरिक जांच कराने का फैसला किया है।
आनंद से जुड़े तमाम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त
सोमवार को हुई महंत के निधन के बाद हत्या-आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी एसआइटी ने नामजद आरोपी आनंद गिरि से सुसाइड नोट के आधार पर घंटों पूछताछ की। आनंद गिरि से उस वीडियो और लड़की के बारे में जानकारी मांगी गई जिसका जिक्र सुसाइड नोट में है। हालांकि, आनंद ने बताया कि उसके पास ऐसा कोई वीडियो नहीं है। फिर पुलिस ने आनंद के मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, पेन ड्राइव, सीडी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिया है। साथ ही सुसाइड नोट के आधार पर गिरफ्तार आद्या प्रसाद तिवारी, उनके बेटे संदीप से भी पूछताछ हुई।
जानकारी के लिए बताते चलें कि महंत नरेंद्र गिरी को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। सुरक्षा में लापरवाही के मामले में बुधवार को उनके चार सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। नरेंद्र गिरि के गनर अजय सिंह से भी पूछताछ की गई। आनंद ने नरेंद्र गिरी पर गनर को आर्थिक लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था।