Published on August 24, 2021 9:04 am by MaiBihar Media

गया में शराब पीने से मना करने पर शराब पीने वालों ने जमकर बवाल काटा। शराब पीने से मना करने वाले शख्स के घर पहुंच कर घरवालों के साथ मारपीट पर उतर आए। इतना ही नहीं शराबियों ने इस दौरान इंस्पेक्टर समेत 10 पुलिसवालों पर हमला भी कर दिया। साथ ही एसडीएम के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पूरा मामला अतरी के सेवतर का है। जहां शराबियों ने एक परिवार को 8 घंटे बंधक बनाकर मारपीट भी की और मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी रोड़ेबाजी की।

मामला बिगड़ते देख डीएसपी विनय कुमार शर्मा पहुंचे। उन्होंने बातचीत की पहल की, लेकिन चंद समय बाद ही फिर से पुलिस बल पर हमला बोल दिया गया। डीएसपी के सामने हुई घटना में इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, पुलिस वाहन का चालक कुंदन कुमार समेत दस से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने एसडीएम और इंस्पेक्टर के सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। बाद में जिला मुख्यालय से दंगा नियंत्रण वाहन और काफी संख्या में बलों के पहुंचने के बाद स्थिति को नियंत्रित करते हुए पुलिस ने कार्यवाई शुरू की। इधर, शराब को ले हुई इस तरह की घटना को लेकर लोगों के बीच काफी चर्चा है।

यह भी पढ़ें   पड़ोसी के यहां मेहंदी तोड़ने गई दस साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या
क्या है मामला

गौरतलब हो कि अतरी थाना अंतर्गत सेवतर में कुछ लोग एक स्थान पर शराब पी रहे थे। संजय सिंह नाम के व्यक्ति ने शराब पीने का विरोध जताया। इसे लेकर मौके पर मामूली विवाद हुआ। लेकिन सोमवार की सुबह को इसी मामले ने तूल पकड़ लिया। बताया जा रहा कि जिन तत्वों को शराब पीने से मना किया गया था, वे पूरी तरह से नशे में धुत होकर पहुंचे और संजय सिंह एवं उसके परिवार पर अचानक हमला बोल दिया। अचानक यह सब देख भयभीत हुए इस परिवार ने खुद को अपने ही घर में कैद कर लिया। इसके बाद पूरे मामले की जानकारी अतरी थानाध्यक्ष को दी गई।

घटना की जानकारी के बाद अतरी थानाध्यक्ष ने एक एसआई के साथ कुछ बलों को स्थल की ओर रवाना किया। किन्तु स्थिति की भयावहता से अनजान रही पुलिस की टीम जैसे ही वहां पहुंची, उक्त तत्वों ने रोड़े और पत्थरों से हमला बोल दिया। स्थिति यह रही कि पुलिसकर्मी भी घर में बंधक परिवार के साथ ही बंद हो गए और किसी तरह खुद को बचाया। हालांकि, इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। मामले की जानकारी के बाद अतरी थानाध्यक्ष भी बंधकों को मुक्त कराने को गए, लेकिन हमले को देखते हुए घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर ही छुपे रहे।

यह भी पढ़ें   रहें सतर्क : गया में चार वर्ष व एक वर्ष का बच्चा कोरोना पॉजिटिव, छह केस मिले
close

Hello 👋
Sign up here to receive regular updates from MaiBihar.Com

We don’t spam! Read our privacy policy for more info.