Published on August 24, 2021 4:11 pm by MaiBihar Media
केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के द्वारा मछली पालक किसानों के लिए Matsya Setu मोबाइल ऐल लॉन्च किया गया है। जिसके जरिये मछली पालकों को ट्रेनिंग के साथ उन्हें ई-प्रमाण पत्र देने के साथ अन्य कई तकनीकी पक्ष की जानकारी दी जाएगी। आइए जानते है कि ’ मत्स्य सेतु ’ इस ऐप में क्या खासियत है और यह किस तरह से मछली पालकों के लिए मददगार होगा।
- इस मत्स्य सेतु मोबाइल ऐप में अलग-अलग प्रजाति के मछलियों के बारे में जानने के लिए ऑनलान सेल्फ लर्निंग मॉड्यूल मिलेंग
- विषेशज्ञ मछलियों के प्रजनन, बीज उत्पादन और ग्रो-आउट संवर्धन पर बुनियादी जानकारी मिलेगी।
- मछली पालक किसानों को छोटे वीडियो के जरिए मिट्टी और पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए बेहतर प्रबंधन की जानकारी मिल सकेगी।
- साथ ही जलकृषि कार्यों में भोजन और स्वास्थ्य प्रबंधन का पालन कैसे करने है। इसके बारे में ऐप के जरिये सिखाया जाएगा।
- सिखाने के उपरांत ऐप के जरिए ई- प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
- किसी भी तरह के परेशान होने पर किसान विशेषज्ञों से इस ऐप के जरिये सवाल पूछ सकते है और उसका सामाधान निकाल सकते हैं।
बता दें कि मत्स्य पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा लॉन्च किये गए इस मोबाइल ऐप को ICAR और CIFA ने तैयार किया है। इसको तैयार करने के लिए NFDB की ओर से फंडिंग का सपोर्ट मिला है।
मालूम हो कि मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल के गठन से पहले इस ऐप को लॉन्च किया गया था। लॉन्चिंग के वक्त मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20050 करोड़ रुपये के निवेश के साथ मत्स्य पालन क्षेत्र का विकास करने के लिए सितंबर 2020 में प्रमुख योजना प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की थी। पीएमएसवाई के तहत अतिरिक्त 70 लाख टन मत्स्य उत्पादन, एक लाख करोड़ रुपये मत्स्य निर्यात, अगले पांच साल में 55 लाख रोजगार सृजन आदि के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार और हितधारकों के बीच सहयोगात्मक और ठोस प्रयासों के साथ बहुआयामी रणनीतियों की आवश्कता है। उन्होंने आगे कहा कि मत्स्य सेतु मोबाइल ऐप किसानों के बहुत काम आएगा। वह इस ऐप के जरिए नई तकनीक के बारे में बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और इससे उनका विकास होगा।