Published on June 20, 2022 10:41 am by MaiBihar Media
देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से तीनों सेनाओं की प्रमुखों की बैठक आयोजित की गई। तीनों दलों के प्रमुखों से मुलाकात के बाद रक्षामंत्री व सेना ने यह साफ कर दिया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं होगी। मुलाकात के बाद इसके लिए कार्यक्रम भी जारी कर दिए गए। सरकार और सेना ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया साफ कर दी। मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया गया कि भविष्य में तीनों सेनाओं में अफसर रैंक के नीचे की सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के तहत ही होगी। सबसे पहले इस साल 46 हजार भर्ती से योजना की शुरुआत की जाएगी। बाद में यह आंकड़ा बढ़ाया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि अग्निवीरों को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में तैनाती पर पूर्व की तरह ही भत्ता दिया जाएगा। सेना की सेवा शर्तों में अग्निवीरों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। अग्निवीर भी नियमित सैनिकों की तरह ही सुविधाएं पाएंगे।
देश के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले अग्निवीर के परिजनों को सरकार की तरफ से 1 करोड़ रुपए का मुआवजा मिलेगा। पहले से मौजूद आधारभूत ढांचा का लाभ दिया जाएगा। उनके लिए अलग से किसी बैरक या ट्रेनिंग सेंटर की व्यवस्था नहीं की जा रही है।