मधेपुरा से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक पुत्र ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया। खबर है कि पड़ोस के मोहल्ले में अष्टयाम चल रहा था। लोग भगवान की आराधना में जुटे थे। इसी बीच नवनिर्वाचित पंच सदस्य की दिनदहाड़े नशेड़ी पुत्र ने धारदार हथियार से वारकर हत्या कर दी। पूरी घटना मधेपुरा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के मंगरवारा पंचायत की है। मामले में पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लोगों का कहना है कि पिता-पुत्र के बीच जमीन का विवाद चल रहा था।
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान मंगरवारा पंचायत के वार्ड-6 के पंच सदस्य बरैयटोला निवासी नारायण ठाकूर के रूप में हुई है। पुलिस ने घटना के करीब 4 घंटे बाद हत्यारोपी पुत्र सुबोध ठाकुर (25 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि सुबोध गांजा सहित अन्य नशीले पद्वार्थों का हमेशा सेवन किया करता था। जिसका पिता सहित अन्य परिजन विरोध करते थे। ग्रामीणों के अनुसार सुबोध का पिता से बासडीह की जमीन समेत अन्य पारिवारिक संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था।
घटना की सूचना मिलते ही श्रीनगर थानाध्यक्ष रमेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि आरोपी पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताया गया कि मंगरवारा पंचायत स्थित रंगपट्टी वार्ड-4 में अमरेंद्र शर्मा के दरवाजे पर अष्टयाम हो रहा था। जिसमें नारायण ठाकुर भी शामिल थे। इसी क्रम में दोपहर तकरीबन एक बजे दिन में उनका नशेड़ी पुत्र सुबोध धारदार हथियार से लैस होकर आया और अष्टयाम देख रहे पिता नारायण ठाकुर की गर्दन पर पीछे दो बार वार किए। जिससे उनका गर्दन 80 फीसदी से ज्यादा कट गया और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
जब तक में लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही हत्यारा पुत्र घटनास्थल से फरार हो गया। हत्यारोपी सुबोध ठाकुर अपनी पत्नी पूनम देवी के साथ भी नशे की हालत में बराबर लाठी-डंडे से मारपीट करता रहता था। आजिज होकर सुबोध की पत्नी पूनम देवी भी डेढ़ माह से अपने मायके बरकुरवा में रहती है। इसके बाद से सुबोध ठाकुर बजरंगबली मंदिर पर रहने लगा।