Published on December 13, 2021 9:49 pm by MaiBihar Media
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को हल्के में ना लें क्योंकि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई है। ब्रिटेन और दुनिया में इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज की मौत का यह पहला मामला सामने आया है। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने इसकी जानकारी दी और एक बड़ी अपील भी की है। ऐसे में जरूरी है कि ओमिक्रॉन को लेकर हर कोई सतर्क रहें। भारत में भी कोरोना की संख्या लगातार बढ़ रही है। राहत की बात यह है कि अबतक इसकी संख्या बहुत ही कम है। इसके बाद भी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह डेल्टा वैरिएंट से भी खतरनाक हो सकता है। यह एक प्रकार का म्यूटेंट वैरिएंट है।
ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा, यह सोचना कि नया वैरिएंट माइल्ड असर वाला है, ठीक नहीं है। इसे तेजी से पहचानने और और उसके मुताबिक कदम उठाने की जरूरत है। दक्षिण अफ्रीकी देश बोत्सवाना में पहली बार पहचाने गए ओमिक्रॉन वैरिएंट के अब तक दुनिया में आठ हजार से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। इसका प्रसार पहले के सभी वैरिएंट से बहुत ज्यादा है लेकिन मौत का यह पहला मामला है।
इस बीच, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अब तक की स्टडी से तीन बातें स्पष्ट हो चुकी हैं। पहली- ओमिक्रॉन डेल्टा से कई गुना तेजी से फैल रहा है। कम समय में 63 देशों में पहुंच चुका है, इसलिए संभव है कि अगली लहर का कारण बने। दूसरी- ओमिक्रॉन को रोकने में वैक्सीन कम प्रभावी है। या यूं कहें कि ओमिक्रॉन वैक्सीन को चकमा दे रहा है। हालांकि, वैक्सीन ले चुके लोगों को अगर संक्रमण होता है तो उनमें लक्षण नहीं दिखते या हल्के लक्षण दिख रहे हैं। उन्हें ऐहतियातन अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है, ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ रही। तीसरी- जिस भी देश में सामुदायिक संक्रमण (कम्युनिटी स्प्रेड) होगा, उसकी वजह ओमिक्रॉन हो सकता है।