Published on December 9, 2021 8:22 pm by MaiBihar Media
तीनों कृषि कानून और एमएसपी जैसी प्रमुख मांगों को लेकर दिल्ली में एक साल से चल रहा किसानों का आंदोलन अब खत्म होगा। यह आंदोलन सरकार द्वारा किसानों की तीन मांग और दो आश्वासन मानने के बाद खत्म हुआ है। किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार को बैठक कर केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर सहमति दी। बैठक में किसान संगठनों के 200 से ज्यादा प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसमें केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल की ओर से सुबह भेजी गई सहमति चिट्ठी भी दिखाई गई। इसके बाद आंदोलन के पदाधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान किया। अब 11 दिसंबर से किसान दिल्ली छोड़कर अपने घरों को लौटेंगे।
विजय दिवस मनाते हुए सभी बॉर्डर किसान करेंगे खाली
वहीं, 378 सड़कों और टेंट में डटे रहे किसानों का आंदोलन खत्म होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि हमने अपनी पांच मांगें केंद्र को भेजी थीं, जिन पर केंद्र ने सहमति दे दी है। अगले एक महीने हम देखेंगे कि केंद्र अपने वादे पर आगे बढ़ रहा है या नहीं। इसकी समीक्षा के लिए 15 जनवरी को मोर्चे की बैठक होगी। मोर्चा ने बताया कि 11 दिसंबर को ही विजय दिवस मनाते हुए सभी बॉर्डर, टोल प्लाजा, प्रदर्शन स्थलों को खाली करना शुरू कर देंगे।
बता दें कि पिछले साल 24 सितंबर को पंजाब से शुरू हुआ आंदोलन 26 नवंबर तक हरियाणा पार कर दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डाले हुए थे। इसी 19 नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृष्ज्ञथ् कानूनों को वापस लेने और किसानों की अन्य मांगें भी पूरी करने का भरोसा दिया, तब किसानों ने वापसी की शुरुआत की।