Published on November 3, 2021 8:29 pm by MaiBihar Media
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उन 40 से अधिक जिलों के अधिकारियाें के साथ समीक्षा बैठक की जिनमें टीकाकरण कम हुआ है। बैठक में ऐसे जिले शामिल रहे जहां 50 फीसदी से कम लोगों को टीके की पहली डोज लगी है। इन जिलों के मुख्यमंत्री भी बैठक मेम मौजूद रहे इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, अगर एक अरब डाेज के बाद ढीले हो जाते हैं, तो नया संकट आ सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा- आपकी मेहनत के कारण अब तक की प्रगति हुई है। प्रशासन के हर सदस्य, आशा कार्यकर्ताओं ने बहुत काम किया, मीलों पैदल चलकर दूर-दराज के स्थानों पर टीकाकरण किया, लेकिन कभी भी बीमारी और दुश्मनों को कम नहीं आंकना चाहिए। उनका अंत तक मुकाबला करना है। इसलिए, मैं चाहता हूं कि हम ढिलाई न बरतें।
घर-घर पहुंचने का दिया मंत्र
प्रधानमंत्री कहा, अपने क्षेत्रों में टीकाकरण बढ़ाने के लिए नए तरीकों पर अधिक काम करना होगा। उन्होंने कहा, टीकाकरण के लिए स्थानीय स्तर पर रणनीति बनानी होगी। घर-घर जाना हाेगा। हर घर दस्तक देते समय, पहली डोज के साथ-साथ दूसरी डोज पर भी उतना ही ध्यान देना होगा।
महिला साथी और धर्मगुरुओं से मदद लेने को कहा
टीकाकरण में महिला सहयोगियों की मदद ली जाए। टीकाकरण पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि जिन राज्यों ने वैक्सीन की 100% पहली खुराक देने का लक्ष्य हासिल कर लिया है, उन्हें भी कई क्षेत्रों में अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भौगोलिक स्थिति, संसाधनों की चुनौतियां थीं लेकिन इन जिलों ने आगे बढ़ने के लिए उन चुनौतियों पर काबू पा लिया।