Published on November 2, 2021 9:01 pm by MaiBihar Media
धनतेरस के दिन निगरानी टीम ने 2.50 लाख रिश्वत लेते बेतिया अंचल के सीओ श्यामाकांत प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार की सुबह उनकी गिरफ्तारी टीम ने रिश्वत लेते हुए किया है। उनकी गिरफ्तारी कमलनाथ नगर (सुप्रिया सिनेमा के निकट) स्थित आवास से की गई।दूसरी ओर निगरानी की एक अन्य टीम के द्वारा सीओ के आवास की तलाशी ली गई। जहां से नगदी, जेवरात के साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों आदि को बरामद होने की सूचना है। चलिए जानते हैं कि आखिर किस बात का रिश्वत सीओ ने मांगा था।
तो इसलिए सीओ ने मांगा था रिश्वत
दरअसल, सीओ द्वारा लौरिया के विनोद कुमार गुप्ता का दाखिल खारिज होने व जमीन पर कब्जा रहने के बावजूद जमीन की बिक्री करने वाले के भतीजा की विधवा की जमाबंदी की दावेदारी पर विनोद कुमार से रिश्वत की मांग की थी। मामले के सत्यापन के बाद रिश्वत की रकम लेते हुए सीओ को निगरानी टीम ने मंगलवार की सुबह करीब 6:35 बजे दबोच लिया।
क्या था पूरा मामला निगरानी डीएसपी ने बताया
निगरानी डीएसपी अरूण पासवान ने बताया कि लौरिया थाना क्षेत्र के स्थानीय गांव निवासी विनोद कुमार गुप्ता के द्वारा वर्ष 1987 में अपने माता-पिता के नाम पर जमीन लिखाया गया। जमीन उसी के दखल कब्जा में था। जमीन का दाखिल खारिज भी हो चुका था। इसी बीच जमीन बिक्री करने वाले इस्मत अली के भतीजा मशरफ अली की विधवा सकीला खातून इस जमीन को अपना खानदानी बताते हुए सीओ से मिलकर जमाबंदी अपने नाम से करने को कहा। इसके बाद सीओ 22 अक्टूबर 2021 को अंचल अमीन को जमीन की पैमाइश करने को भेजा। जहां विनोद कुमार ने कहा कि यह जमीन उनकी है। 28 अक्टूबर 2021 को सकीला खातून स्थानीय थाना के साथ जमीन पर पहुंच गई। जहां पर विनोद कुमार बाउंड्री का निर्माण करा रहा था। इसके बाद विनोद कुमार सीओ से आकर मिला। इसके बाद सीओ ने जमाबंदी विनोद के नाम पर ही रहने देने के लिए 2.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। निगरानी टीम के एसआई अविनाश कुमार झा के द्वारा इसका सत्यापन कराया गया। सत्यापन के पश्चात सीओ श्यामाकांत प्रसाद को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया।