Published on October 25, 2021 9:10 pm by MaiBihar Media
सोमवार को दरभंगा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया और कुशेश्वरस्थान की जनता से एनडीए के प्रत्याशी के लिए वोट मांगा। चुनाव प्रचार-प्रसार के क्रम में नीतीश ने पहले ही दिन इमोशनल कार्ड भी खेला और कहा कि एनडीए प्रत्याशी अमन के माता-पिता नहीं है, इसलिए आप सभी इनका समर्थन कीजिए। मालूम हो कि ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार ने चुनावी रैली से पहली बार इस तरह का कार्ड खेला हो। बीते विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने प्रचार के आखिरी दिन कहा था कि 2020 का चुनाव उनका आखिरी चुनाव है।
लालू-राबड़ी पर बोला हमला
बहरहाल, मुख्यमंत्री ने आज चुनावी सभाओं का आगाज किया। आज उन्होंने कुशेश्वरस्थान में आरजेडी पर हामला बोलते हुए कहा कि पूर्व में पति-पत्नी के राज में क्या होता था, यह सबको पता है। आज विरोधी अखबार में अपना ज्ञान देते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि बाढ़ में सरकार द्वारा हर जगह काम किया गया, बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने का काम किया गया। कोरोना काल में सभी लोगों को टीका देने का काम किया गया। देशभर में अब तक 102 कोरोड़ लोगों को वैक्सीन दिया गया। बिहार में साढ़े छह कोरोड़ लोगों को टीका दिया गया है।
कुंटलिया बाबा कह कर किया संबोधित
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुशेश्वरस्थान को बाढ़ मुक्त बनाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि इस इलाके में पहले से बाढ़ आती रही है, पहले की सरकार ने आखिर यहां के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर सभी नदियों को जोड़ने का काम किया जाएगा। साथ ही दरभंगा हवाई अड्डा को यहां के लिए बड़ी सौगात बताया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने दरभंगा में एम्स देने का काम किया, केंद्र ने जिले का नाम मांगा था। हमने दरभंगा का नाम दिया।
आखिर में नीतीश कुमार ने खुद को कुंटलिया बाबा कहकर संबोधित किया। उन्होंने याद दिलाया कि दरभंगा में लोगों ने उन्हें एक कुंटल अनाज दिया था, तभी से यहां के लोग उन्हें कुंटलिया बाबा कहने लगे। बता दें कि कुशेश्वरस्थान के बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने तारापुर में भी चुनाव प्रचार किया।
दो नवंबर को होगी वोटो की गिनती
आपको बता दें कि कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसबा के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है। इन दोनों सीटों पर चुनाव के बाद दो नवंबर को वोटों की गिनती होगी। अक्टूबर-नवंबर 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में इन दोनों सीटों पर जेडीयू के विधायक जीतकर आए थे लेकिन उनके निधन के बाद यह दोनों सीटें रिक्त हो गई है।