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राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बनने को तैयार हो गए हैं। पारस म्हाम्ब्रे को टीम इंडिया का बॉलिंग कोच बनाया गया है। जबकि विक्रम राठौर टीम के बल्लेबाजी कोच बने रहेंगे। हालांकि फील्डिंग कोच आर श्रीधर की जगह नया नाम अब तक तय नहीं हुआ है। बता दें कि वे टी20 वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद द्रविण इस जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे और 2023 तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे। साथ ही अन्य लोगों का भी कार्यकाल दो सालों का होगा। चलिए जानते हैं कितनी है द्रविण की सलाना वेतन और कैसे हुए द्रविड इसके लिए राजी….और कौन सा चुनौती उनके लिए पहले होगा सामने….

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गांगूली और शाह ने द्रविण के सामने रखा था यह प्रस्ताव

तो सबसे पहले आपको बता दें कि रवि शास्त्री का करार टी-20 वर्ल्ड कप के साथ खत्म हो जाएगा। लिहाजा, आईपीएल 2021 के फाइनल के लिए दुबई पहुंचे बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने द्रविड़ से हेड कोच बनने का आग्रह किया था। सूत्रों के मुताबिक द्रविड़ इसके लिए तैयार हो गए हैं। और अब वे टी-20 वर्ल्ड कप के टीम इंडिया से जुड़ जाएंगे।

तो इतनी मिलेगी द्रविण को सलाना सैलरी

नई जिम्मेदारी मिलने के बाद द्रविड़ नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) के डायरेक्टर का पद छोड़ देंगे। मालूम हो कि द्रविड़ पिछले महीने ही एनसीए डायरेक्टर के रूप में दोबारा नियुक्त हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि हेड कोच की जिम्मेदारी संभालने के लिए उन्हें 10 करोड़ रुपए सालाना वेतन मिलेगा। भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए बीसीसीआई को मजबूत उम्मीदवार की जरूरत थी। गांगुली और शाह की नजर में ये काम द्रविड़ से बेहतर कोई नहीं कर सकता था। हेड कोच की भूमिका में द्रविड़ का पहला मिशन न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज होगा।

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