Published on August 20, 2021 9:36 pm by MaiBihar Media
बिहार की राजनीति तेज मय हो गई है। दरअसल, मीडिया में इन दिनों तेज प्रताप यादव छाए हुए हैं। राजद में छिड़े घमासान के बीच तेजस्वी यादव से मिलने आज तेज प्रताप यादव लालू-राबड़ी आवास पहुंचे। जहां उन्हें भारी बेइज्जती का सामना करना पड़ा। दरअसल, तेजस्वी यादव नहीं मिले और तेज प्रताप बैरंग लौट गए। बाहर निकलने के बाद मीडिया के सामने तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव पर भड़क उठे। लालू-राबड़ी आवास से निकले तेज प्रताप यादव ने तंज में कहा, संजय यादव दोनों भाईयों को लड़वाने में लगे हैं।
मालूम हो कि तेजस्वी से नहीं मिल पाए तेज प्रताप तो मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, मैं तेजस्वी से मिलने आया था, जैसे ही तेजस्वी से बात शुरू हुई तो संजय यादव बीच मे रोक कर उन्हें लेकर चला गया, वो कौन है हमारे बीच में आने वाला? आगे तेज प्रताप ने कहा कि हम संजय यादव का पोल खोल कर रहेंगे।
क्यों गुस्साए तेज प्रताप यादव
दरअसल, तेज प्रताप यादव ने एलान किया था कि वे तेजस्वी यादव से मिलकर राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हटाने की मांग करेंगे। इस मसले पर बात करने शुक्रवार की दोपहर वे लालू-राबड़ी आवास पहुंचे थे। क्योंकि तेजस्वी यादव वहीं रहते हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया है कि तेजस्वी यादव से जैसे ही मुलाकात हुई तेज प्रताप यादव आक्रामक रूप से बात करने लगे। उनके तेवर ऐसे थे कि विवाद बढ़ सकता था। इस बीच संजय यादव वहां पहुंचे और तेजस्वी यादव को हट जाने को कहा। संजय यादव तेजस्वी को वहां से लेकर चले गए। लोगों के मुताबिक तेज प्रताप यादव पार्टी के सीनियर नेताओं के बारे में काफी आपत्तिजनक बातें कह रहे थे।
इस घटना के क्रम के बाद भड़के तेज प्रताप यादव ने संजय यादव को निशाने पर लिया और मीडिया में जमकर उन्हें कोसा है। तेज प्रताप ने कहा कि वे जगदानंद सिंह के मामले में तेजस्वी यादव से बात कर रहे थे। अभी बात शुरू ही हुई थी कि संजय यादव वहां पहुंच गए और तेजस्वी यादव को जबरन वहां से लेकर चले गए।
इससे पहले लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने इंट्री की है। रोहिणी ने भाई तेज प्रताप को सीख दी है और सोशल मीडिया पर कई एक ट्वीट कर तेज प्रताप को अनुशासन और संयम अपनाने की बाते बताई हैं। रोहिणी आचार्या ने ट्वीटर पर ट्वीट कर लिखा है कि अनुशासन जीवन की वो कुंजी है, जिसके बिना सफलता अधूरी है। आगे रोहिणी ने लिखा है कि सफलता का मंजिल पाना है तो अनुशासन और संयम को अपनाना है।