Published on November 15, 2022 12:18 pm by MaiBihar Media
शराब के तस्करों व पुलिस की मिलीभगत का अरोप हमेशा से लगते आया है। लोगों का आरोप है कि शराब का धंधा पुलिस की देखरेख में धंधेबाज आसानी से कर रहे है। शराब की खेप भी बड़ी ही आसानी से पुलिस को पैसा देकर इधर से उधर किया जाता है। वहीं इन सारे आरोपों को सही साबित करते हुए पैसा लेकर शराब तस्कराें को भगाने वाले दो सिपाहियों को बिहार के औरंगाबाद एसपी के आदेश पर गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने सख्ती दिखाते हुए दोंनो को निलंबित कर दिया है। वहीं इस मामले में सिपाहियों के साथ चार तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें कि ये दोनों सिपाही न सिर्फ शराब के धंधेबाजों को भगाने का काम किया बल्कि लाईनर का भी काम किया। एसपी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया।
शराब का यह पूरा खेल नगर थाने के दो सिपाहियों ने खेला था। नगर थाने के गिरफ्तार आरोपियों में पहला सिपाही झारखंड के पाकुड़ का रहने वाला बाबू राम मरांडी है तो दुसरा खगड़िया जिले के महेश्वरी गांव निवासी सिपाही जितेन्द्र कुमार शामिल है बाकि चार शराब के धंधेब से जुड़े हैं। वहीं इस पूरे मामले को लेकर एसपी ने कहा कि शराब के खिलाफ कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। कोई भी हो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जानिए क्या है पूरा मामला
12 नवंबर को एक वाहन में शराब लादकर धंधेबाज जा रहे थे। इन शराब के धंधेबाजों का पहले से ही पुलिस के जवानों से सौदा तय हो गया था। शराब की खेप जाने की गुप्त सूचना महिला दारोगी को मिली। दारोगा ने इसकी सूचना गश्ति दल को दी। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए शराब लदे वाहन को पकड़ लिया। लेकिन लेकिन दोनों सिपाहियों ने अपनी सुरक्षा में वाहन को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दिया व दिखावे के लिए कुछ देसी शराब को जब्त कर लिया। लेकिन इस पूरे खेल की जानकारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा को लग गई। एसपी ने तत्काल एक जांच टीम बनाकर मामले का खुलासा करने को कहा। जांच के दौरान पूरा मामला सामने आ गया। जिसमें पैसे की लेनदेन, छोड़ने और तमाम चीजों की बातचीत रिकॉर्ड हो गई। इसके बाद दोनों सिपाहियों सहित चार अन्य धंधेबाजों को पकड़कर जेल भेज दिया गया।