Published on June 13, 2022 10:11 am by MaiBihar Media
वैशाली जिले के पातेपुर के महथी धर्मचंद पंचायत में विषाक्त प्रसाद खाने से लगभग 150 लोग बीमार हो गए। आपको बता दें कि तबीयत खराब होने से गांव के लोग एक-एक कर अस्पताल पहुंचने लगे जिनमें छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल है। जानकारी के अनुसार शादी में उपयोग होने वाले केले को पकाने के लिए रसायनों का उपयोग किया गया था। जिससे यह समस्या खड़ी हो गई। बीमार लोगों का इलाज ग्रामीण चिकित्सक के साथ-साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, निजी नर्सिंग होम महुआ में भी चल रहा है। लोगों ने बताया कि महथी धर्मचंद पंचायत 10 जून को उमेश राय की पुत्री की शादी पर सत्यनारायण भगवान की पूजा हुई। पूजा समाप्त होने के बाद लोगों में प्रसाद का वितरण किया गया। जिसे खाने के बाद लोगों की तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। गांव का शायद ही कोई घर ऐसा होगा जिस घर के कोई सदस्य बीमार न हुआ हो।
10 जून के रात देर रात से लोगों की बिगड़ने लगी तबीयत
10 जून के रात देर रात से लोगों को उल्टी, दस्त, कमजोरी व सर में दर्द, बुखार आना शुरू हो गया। लोग ग्रामीण चिकित्सकों को बुलाकर स्लाइन चढ़वाना शुरू कर दिया। 11 जून को लगभग 20 से 25 लोग ही पॉइजनिंग के शिकार हुए। देखते देखते ही 12 जून को इसकी संख्या 150 तक पहुंच गई।
केले को पकाने के लिए कई तरह की कमेकिल का किया गया उपयोग
स्थानीय लोगों ने बताया की केले को जल्दी में पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग किया गया था। उससे भी केला नहीं पका तो इथरेल नामक रसायन का उपयोग किया गया। तब भी केला नहीं पक पाया तो केले को गर्म पानी में उबाला गया फिर केले के गुद्दे को मथकर चीनी मिलाया गया। कई केमिकल के गलत उपयोग से केला विषाक्त हो गया।