Published on June 2, 2022 1:39 pm by MaiBihar Media

तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यन उत्तर भारतीय छात्रों के बारे में एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने राज्य में रह रहे छात्रों के बारे में कि उत्तर भारतीय छात्र ही राज्य में कोरोना फैला रहे है। आपकों बात दें कि केलाम्बक्कम वीआटी कॉलेज और सत्यसाई मेडिकल कॉलेज में कुछ छात्रों के कोरोना संक्रमित होने पर यह बयान दिया है। जिसके बाद वह विवादों में घिर गए है।

छात्र संस्थानों में पहुंचते हैं, तो समस्या होती
उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में राज्य में कोरोना मामले 100 से नीचे रहे, जिसमें कोई मौत नहीं हुई। अन्ना विश्वविद्यालय, आईआईटी (मद्रास), सत्यसाई जैसे शैक्षणिक संस्थानों में संक्रमण में वृद्धि हुई है। कई राज्य कोविड-19 के प्रसार पर काबू नहीं पा सके हैं, खासकर दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल। जब इन राज्यों के छात्र संस्थानों में पहुंचते हैं, तो समस्या होती है। वीआईटी, केलम्बक्कम के हॉस्टल में करीब 5,600 छात्र हैं। इनमें से 80% उत्तरभारत के राज्यों से हैं। वे 12-13 मई के आसपास लौटे और वायरस फैलने लगा।

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तमिलनाडु के मंत्री का यह बयान बेहद गैरजिम्मेदाराना
मंगलवार को 4,192 छात्रों के आरटी-पीसीआर नमूने लिए गए, जिनमें 118 पाॅजिटिव मिले। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद ने लिखा, बीमारी और महामारियां राज्य की सीमा नहीं जानती। तमिलनाडु के मंत्री का यह बया न बेहद गैरजिम्मेदाराना और अपमानजनक है।

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