Published on January 17, 2022 12:54 pm by MaiBihar Media
देश की राजधानी दिल्ली में आयाेजित होने वाले आगामी गणतंत्र दिवस परेड से पश्चिम बंगाल की झांकी को बाहर करने का मुद्दा गरमा गया है। नेताजी सुभाष चंद्र बाेस और उनकी गठित सेना आईएनए के योगदान पर आधारित पश्चिम बंगाल की झांकी को शामिल नहीं किया जाएगा। वहीं इस झांकी को शामिल नहीं होने के केंद्र के फैसले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हैरानी जताई है। वहीं ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर इस निर्णय पर फिर से विचार करने की अपील की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खत में लिखा है कि राज्य के लोगों को इस कदम से पीड़ा होगी। बनर्जी ने यह भी कहा कि झांकी को खारिज करने का कोई कारण नहीं बताया गया। सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे दो पन्नों के खत में कहा,‘मैं गणतंत्र दिवस परेड से पश्चिम बंगाल सरकार की प्रस्तावित झांकी को अचानक बाहर करने के भारत सरकार के निर्णय से स्तब्ध और आहत हूं। यह हमारे लिए और भी चौंकाने वाली बात है कि झांकी को बिना कोई कारण या औचित्य बताए खारिज कर दिया गया।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित झांकी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष पर उनके और आजाद हिन्द फौज के योगदान की स्मृति में बनाई गई थी। बनर्जी ने कहा, ‘मैं यह जानकर हैरान हूं कि यहां के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को दिखाने वाली झांकी को स्वतंत्रता के 75वें वर्ष पर गणतंत्र दिवस समारोह में कोई जगह नहीं मिली है।