Published on December 17, 2021 10:29 pm by MaiBihar Media

शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पूरे बिहार में मुख्यमंत्री बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं। इसकी घोषणा एक बार फिर उन्होंने की है। हालांकि यह उनका कोई पहला यात्रा नहीं है। बता दें कि वे इसकी घोषणा शुक्रवार को को जयनगर (मधुबनी) में किए। जब कमला नदी पर बराज का निर्माण तथा कमला बलान बांया एवं दांया तटबंध के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण व पक्कीकरण (फेज-1) का कार्यारंभ कर रहे थे।

पिछली यात्राएं जो मुख्यमंत्री अलग-अलग मकसदों से विगत वर्षों में की हैं।

न्याय यात्रा- 12 जुलाई, 2005
विकाश यात्रा- 9 जनवरी, 2009
धन्यवाद यात्रा- 17 जून, 2009
प्रवास यात्रा- 25 दिसंबर, 2009
विश्वास यात्रा- 28 अप्रैल, 2010
सेवा यात्रा- 09 नवंबर, 2011
अधिकार यात्रा- 19 सितंबर, 2012
संकल्प यात्रा- 05 मार्च, 2014
संपर्क यात्रा- 13 नवंबर, 2014
निश्चय यात्रा- 09 नवंबर, 2016
समीक्षा यात्रा- 07 दिसंबर, 2017

बताते चले कि शराब पीने वालों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि-‘अरे, क्यूं पीते हो? जब दारू पियोगे, तो कोई गड़बड़ दारू देगा तो मरोगे।’ उन्होंने महिलाओं से कहा-‘मैं हाथ जोड़कर आपसे आग्रह करता हूं जहां भी दारू या दारूबाज को देखिए, उसका विरोध कीजिए, जुलूस निकालिए, सरकार को सूचना दीजिए।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा  भूलिएगा मत। मैंने आप लोगों की मांग पर ही शराबबंदी की है। आप अब बहुत ताकतवर हैं, आपके पास बहुत सारे अधिकार हैं। आप सब दारू-दारूबाजी का विरोध कीजिएगा, तो इसका बड़ा असर होगा। पुलिस-प्रशासन तो लगा हुआ है ही।

इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि मैं भी 22 दिसंबर से मुख्यत: शराबबंदी की कामयाबी के मकसद से यात्रा पर निकल रहा हूं।’ उन्होंने कहा-शराब बहुत खराब चीज है। इससे अनेक प्रकार की बीमारियां होती हैं। 90 प्रतिशत लोग सही हैं। लेकिन कुछ लोग तो गड़बड़ करते ही हैं। उन्होंने बहुत विस्तार से अपनी सरकार द्वारा किए गए, किए जा रहे और किए जाने वाले कामों के बारे में बताया। बाढ़ की चर्चा की। कहा-यह समस्या नेपाल की वजह से है। नेपाल की नदियों में अधिक पानी आने से यहां की नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है। हमने हमेशा इसी सोच के तहत राहत का काम किया है कि खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का होता है।

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