बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने के लिए एडी-चोटी की ताकत लगा दी है। प्रदेशभर में एक बार फिर 15 दिसंबर से महाअभियान चलेगा। जिसका नाम ‘ऑपरेशन न्यू ईयर’ है, इसकी बड़ी तैयारी की गई है और इसके माध्यम से शराबंबदी को सख्ती से लागू कराया जाएगा। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने 10 एडीजी और 2 आईजी को इस ऑपरेशन की कमान सौंप दी है। खासबात यह है कि इस ऑपरेशन में एसटीएफ, एटीएस, सीआईडी और स्पेशल ब्रांच के एडीजी भी लगाए गए हैं।
दस बड़े ऑफसरों को फिल्ड में उतारा पुलिस मुख्यालय
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री नीतीश के आदेशानुसार राज्य में शराब के खिलाफ 15 दिसंबर से ऑपरेशन न्यू ईयर की तैयारी है। यह ऑपरेशन जनवरी के पहले पखवारे तक जारी रहेगा। माना जा रहा है कि बिहार में शराब के खिलाफ यह अभी तक का सबसे बड़ा और व्यापक ऑपरेशन होगा। गौर करने वाली बात यह है कि बिहार में पहली बार शराब के खिलाफ किसी ऑपरेशन में एडीजी स्तर के 10 अफसरों को एक साथ लगाया गया है। पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। आदेश अनुसार ये सभी पदाधिकारी मद्य निषेध के लिए अगल-अलग रेंज के विभिन्न जिलों में की जा रही कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगे।
इन जिलों की मांगी गई रोजना की रिपोर्ट
शराब के खिलाफ किसी भी ऑपरेशन में अब एडीजी स्तर के अफसरों को मॉनिटरिंग में लगा दिया गया है। अब तक सभी सिर्फ रिपोर्ट कार्ड देखा करते थे। सभी ऑफिसरों को आवंटित रेंज में जाकर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराना है। इन अफसरों को हर महीने जिलों का दौरा कर की जा रही कार्रवाई के संबंध में अपनी टिप्पणी हर महीने डीजीपी को सौंपनी है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने पूर्णिया रेंज के अंतर्गत चार जिलों पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज के एसपी को पत्र लिखकर मद्य निषेध से संबंधित हर दिन की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दे दिया है। साथ ही दिलचस्प बात यह है कि शराबबंदी कानून को लागू कराने में लगे अफसर भी सर्विलांस पर रखे गए हैं।