Published on December 6, 2021 9:17 pm by MaiBihar Media
ओमिक्रॉन के फैलाव से पूरी दुनिया में गहरी चिंताए हो गई। हॉन्गकॉन्ग में एक स्टडी में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के हवा के जरिए फैलने की आशंका जताई गई है। वहीं, भारत में भी अमिक्रॉन के केसेज बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच अमेरिका ने अपने रिसर्च में इसे डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कम खतरनाक बताया है। ओमिक्रॉन का संक्रमण दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट से कम खतरनाक है। इसका दावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ. एंथोनी फाउसी ने किए हैं।
नए वैरिएंट की जांच के शुरुआती संकेत के आधार पर उन्हाेंने यह दावा किया है। दक्षिण अफ्रीका से मिली रिपोर्ट्स बताती हैं कि जो मरीज ओमिक्रॉन पॉजिटिव हुए, उनमें से ज्यादातर को अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ा है। लेकिन डेल्टा से संक्रमित 99% केस में मरीजों को भर्ती कराना पड़ रहा था। डॉ. फाउसी ने बताया कि खतरे की संभावना कम है इसलिए बाइडेन प्रशासन कई अफ्रीकी देशों पर लगाए गए यात्रा बैन को जल्द ही हटा सकता है। इधर भारत में गुजरात में दो ओमिक्रॉन पॉजिटिव और मिले हैं। यहां जामनगर में 4 दिसंबर को जिम्बाब्वे से आए 72 वर्षीय शख्स में ओमिक्रॉन मिला था। उसे चीन की वैक्सीन लगी थी। सोमवार को उनकी पत्नी और बहनोई की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आई, जिसमें दोनों ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए गए। अब देश में अाेमिक्राॅन संक्रमण के मामले 21 हाे गए हैं।
वहीं, हॉन्गकॉन्ग में एक स्टडी में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के हवा के जरिए फैलने की आशंका जताई गई है। मेडिकल जर्नल इमर्जिंग इन्फेक्शियस डिसीस में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक इस होटल में आमने-सामने बने दो कमरों में दो यात्री क्वारेंटाइन किए गए थे। दोनों वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके थे। इनमें से एक ओमिक्रॉन पॉजिटिव था। इसमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिख रहा था। जबकि दूसरा इसके ठीक एक दिन बाद होटल लाया गया था। उसमें कोविड संक्रमण के हल्के लक्षण थे। दोनों को होटल में आमने-सामने के कमरों में रोका गया। 17 नवंबर को जब उसका कोरोना टेस्ट हुआ तो वह भी ओमिक्रॉन पॉजिटिव मिला।
जबकि होटल के सीसीटीवी फुटेज बताते हैं कि दोनों संक्रमित मरीज कभी भी कमरे से बाहर नहीं निकले, न ही एक-दूसरे के संपर्क में आए। फिर भी दूसरा मरीज भी ओमिक्रॉन संक्रमित हो गया। अध्ययन के मुताबिक ऐसी संभावना है कि जब मरीजों ने खाना लेने के लिए एक साथ कमरे के गेट खोले हों, तब वायरस हवा के जरिए एक से दूसरे के संपर्क में आया हो। फिलहाल नए वैरिएंट के हवा में एक्टिव रहने और एक से दूसरे कमरे में आसानी से पहुंचने के लक्षण ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।