Published on December 5, 2021 7:48 pm by MaiBihar Media

नगालैंड में नागरीक और सुरक्षाबलों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। दरअसल, म्यांमार की सीमा से सटे माेन जिले में सुरक्षा बलाें ने आम लोगों को उग्रवादी समझकर फायरिंग की। इस फायरिंग में 11 नागरिक मारे गए हैं। जिसमें एक जवान की भी माैत हुई है। इस घटना के बाद स्थिति बिगड़ी हालांकि अभी सबकुछ कंट्रोल में है। बताया जा रहा है कि ओटिंग इलाके में शनिवार शाम हुई इस घटना के बाद इलाके में भड़के हुए लाेगाें ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों को आग लगा दी। सेना के 3 काेर की ओर से जारी बयान में फायरिंग और उसके बाद की घटनाओ काे लेकर अफसाेस जाहिर किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने पूरी घटना की जानकारी ली है। वहीं, मुख्यमंत्री नेफियाे रियाे ने घटना की निंदा की है और एसआईटी से जांच कराने काे कहा है। साथ ही लाेगाें से शांति बनाए रखने की अपील की है। इधर राहुल गांधी ने भी घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर की है।

मजदूरों पर सुरक्षाबलों ने उग्रवादी समझकर किया फायरिंग
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि खान मजदूर काम के बाद पिकअप में बैठकर अपने घर लाैट रहे थे। तभी सुरक्षा बलाें ने इसपर फायरिंग कर दी। जब देर रात तक मजदूर अपने घर नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया और तब उनके परिजनों को इस घटना की जानकारी हुई। मामले में पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है कि क्या यह पहचान में चूक का मामला है। सेना ने भी खेद जाहिर करते हुए काेर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं।

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कब हुई गांव वाले और सुरक्षाबलों के बीच भीड़ंत
पूरी घटना क्रम को लेकर जानकारी सामने आई है कि सुरक्षा बलाें को इनपुट मिला था कि जिले में उग्रवादी संगठन एनएससीएन (के) के लोग हैं और वहां किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद सुरक्षा बल उग्रवादियाें की खाेज में पहुंचे। ओटिंग और तिरु के बीच खान मजदूराें की गाड़ी वहां से गुजरी। सुरक्षा बलाें ने उसे रुकने को कहा लेकिन वह गाड़ी नहीं रुकी। इसके बाद उन्हाेंने फायरिंग कर दी। बाद में जाकर देखा तो पता चला कि वे नागरिक थे। इसमें छह नागरिक मारे गए। सूत्रों के मुताबिक इसी बीच गांव वाले उस जगह पर आ गए और सुरक्षा बलाें से हथियार छीनने लगे और गाड़ी में भी आग लगी दी। फिर फायरिंग हुई और यहां भी पांच नागरिकाें के मारे जाने की सूचना है। सुरक्षा बलाें का एक जवान भी इसमें मारा गया।

घटना के बाद सियासी हलचल बढ़ी

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मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने साेशल मीडिया पर घटना पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने लिखा कि ओटिंग, मोन में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है। उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी। सभी वर्गों से शांति की अपील है। इधर ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स आर्गेनाइजेशन ने इस क्षेत्र की छह जनजातियाें से राज्य में जारी सबसे बड़े पर्यटक उत्सव हाॅर्नबिल फेस्टिल का बहिष्कार करने की अपील की है। उन्हाेंने जनजातियाें से काले झंडे लगाने काे भी कहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना काे लेकर कहा कि सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए कि गृह मंत्रालय आखिर क्या कर रहा है। राहुल ने साेशल मीडिया पर पाेस्ट में कहा, “यह दिल दुखाने वाला है। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।” पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना की व्यापक जांच कराने की मांग करते हुए कहा िक यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पीड़ितों को न्याय मिले।

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