कृषि विभाग ने औषधि और पोषक तत्व वाले पौधों की खेती को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। सरकार की योजना के तहत सहजन की खेती तो शुरू हो गई है। रजनीगंधा और मगही पान के क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा।
सहजन की खेती करने वालों को सरकार करेगी मदद
इस बाबत खबर है कि सभी जिलों के कृषि पदाधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं। सभी फसलों के लिए इकाई क्षेत्रफल का मानक निर्धारित कर सब्सिडी आदि पर आने वाला खर्च और भुगतान आदि भी निर्धारण कर दिया गया है। सहजन का क्षेत्र विस्तार 55 हेक्टेयर के क्लस्टर में कराया जाएगा इसके लिए पौधे संबंधित जिले के संबंधित जिले के प्रखंड स्थित नर्सरी में ही तैयार किए गए हैं।
अनुदान पाने के लिए जाने क्या है जरूरी शर्त
उद्यान सहायक निदेशक उसी प्रक्रिया आसपास के किसानों का चयन कर इसे उपलब्ध कराएंगे इससे पौधे का नुकसान कम होगा। सहजन की खेती आने वाले जुलाई से सितंबर माह मिस शुरू हो गई है। सहजन के लिए न्यूनतम इकाई का लक्ष्य 0.74 हेक्टेयर रखा गया है इसकी खेती पर करीब ₹41000 खर्च होंगे। सरकार इसमें 50 से अनुदान देगी लेकिन चयनित किसानों को पहले साल में 75 फेस से अनुदान का भुगतान किया जाएगा। 25 फ़ीसदी अनुदान का दूसरे साल भुगतान होगा इसके लिए जरूरी है कि दूसरे साल भी पौधा जीवित रहे।